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इंडिया न्यूज, नई दिल्ली :
Corona Male fertility देश में 2020 से आई कोरोना महामारी को लेकर लोगों में इलाज को लेकर आए दिन ही कई तरह के नुस्खे वायरल हो रहे हैं लेकिन उनमें से कुछ चीजें सेहत के लिए सही होती हैं तो कुछ नुकसानदायक। जैसे की अब वैक्सीन को लेकर इंटरनेट पर तमाम तरह की अफवाहें उड़ रही हैं। पिछले दिनों एक पोस्ट खूब वायरल हुआ जिसमें दावा किया गया कि महिलाओं को पीरियड के पांच दिन पहले और पांच दिन बाद वैक्सीन नहीं लेनी चाहिए। हाल ही में आईं कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि वैक्सीन की डोज पुरुषों के स्पर्म को भी इफेक्ट करता है।
बता दें अब तक की गई स्टडी इस बात को दिखाती है कि कोरोना संक्रमित होने वाले व्यक्तियों के स्पर्म पर इसका असर पड़ता है। इतना ही नहीं कोरोना से उबरने के महीनों बाद भी स्पर्म पर असर बरकरार रहता है।
स्टडी में कोरोना संक्रमित पुरुषों के स्पर्म पर प्रभाव को लेकर दो बातें सामने आईं-एक उनका स्पर्म काउंट घटा और दूसरा उनकी स्पर्म मोटिलिटी भी प्रभावित हुई। यहां तक कि जिन पुरुषों को कोरोना से ठीक हुए दो माह से ज्यादा हो चुके थे, उनके स्पर्म पर असर दिखा। पुरुष के पिता बनने में स्पर्म सबसे अहम भूमिका निभाते हैं। ऐसे में कंसीव करने की योजना बना रहे कपल के लिए पुरुष पार्टनर के स्पर्म का स्वस्थ होना जरूरी है।
पुरुष प्रजनन सिस्टम स्पर्म या शुक्राणु बनाता है जो प्रत्येक अंडकोष के भीतर सीमन नलिकाओं में बनता है। स्पर्म के शीर्ष हिस्से पर डीएनए होता है, जो महिला के अंडे के डीएनए के साथ मिलकर बच्चे का निर्माण करता है। वैस तो हेल्दी स्पर्म के लिए छह क्राइटेरिया हैं, लेकिन उनमें से जो दो सबसे अहम हैं, वो हैं स्पर्म काउंट और स्पर्म मोटिलिटी।
स्पर्म काउंट, यानी पुरुष के सीमन (वीर्य) में प्रति मिली लीटर (एमएल) में स्पर्म की संख्या। एक हेल्दी स्पर्म काउंट तब माना जाता है जब सीमन के प्रति एमएल में 1.5 करोड़ से 20 करोड़ स्पर्म होते हैं। अगर किसी पुरुष में प्रति एमएल 1.5 करोड़ से कम स्पर्म और प्रति इजैक्यूलेशन (वीर्यपात) में 3.9 करोड़ से कम स्पर्म हैं तो वह लो स्पर्म काउंट से पीड़ित है। आपको बता दें कि भले ही एक मिली लीटर सीमन में ही करोड़ों स्पर्म मौजूद होते हैं, लेकिन बच्चा पैदा करने के लिए एक एग से फर्टिलाइज करने के लिए केवल एक ही स्पर्म की जरूरत होती है। (Corona Male fertility)
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