इंडिया न्यूज़, नई दिल्ली।
Cyber Cell : मध्य प्रदेश साइबर पुलिस (Cyber Police) ने कई टेलीकॉम कंपनियों को फेक आइडेंटिटी प्रूफ पर जारी किए गए सिम कार्ड्स को ब्लॉक करने का निर्देश दिया। नतीजतन, वोडाफोन-आइडिया ने नकली पहचान पर जारी किए गए लगभग 8,000 सिम कार्ड्स को ब्लॉक कर दिया है।
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क्या है पूरा मामला (what is the whole matter)
ग्वालियर साइबर जोन के पुलिस अधीक्षक सुधीर अग्रवाल ने कहा- धोखेबाजों द्वारा इस्तेमाल किया गया नंबर एक टेलीकॉम कंपनी द्वारा एक अलग व्यक्ति के आइडेंटिटी डॉक्यूमेंट के आधार पर जारी किया गया था। बाद में, अपराध में शामिल आठ लोगों को फर्जी सिम कार्ड जारी करने में शामिल पाया गया।
(Cyber Cell: Cyber police tightens noose on telecom companies)
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दरअसल, 2020 में एक विज्ञापन के जरिए कार खरीदने के लालच में एक व्यक्ति से 1.75 लाख रुपये ठगे गए। साइबर सेल की ग्वालियर इकाई ने जांच शुरू की तो पता चला कि जालसाजों का नंबर किसी और के नाम से जारी किया गया था। बाद में पता चला कि अपराध में शामिल आठ लोगों ने जालसाज को सिम कार्ड दिलाने में मदद की।
(Cyber Cell: Cyber police tightens noose on telecom companies)
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दूरसंचार विभाग ने 1.9 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है। बता दें कि, वोडाफोन-आइडिया को प्री-एक्टिव सिम कार्ड धोखाधड़ी मामले में टेलीकॉम ट्रिब्यूनल (TDSAT) द्वारा राहत देने से इनकार कर दिया गया है। दूरसंचार विभाग ने 1.9 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है।
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