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Dr. Verka will solve the problem of straw
नवीकरणीय ऊर्जा के 184.12 मेगावाट क्षमता के प्रोजेक्ट लगाए जा रहे
इंडिया न्यूज, चंडीगढ़ :
Dr. Verka : पंजाब के नवीकरणीय ऊर्जा और सामाजिक न्याय मंत्री डॉ. राज कुमार वेरका ने पराली की समस्या के हल के लिए बायोमास प्रोजेक्ट स्थापित करने की जरूरत पर जोर दिया है। एक बयान में डॉ. वेरका ने कहा कि बिजली की बढ़ रही मांग और पानी, कोयला आदि जैसे प्राकृतिक संसाधनों की पैदा हो रही कमी से निपटने के लिए नवीकरणीय ऊर्जा को अधिक से अधिक प्रयोग में लाए जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि बिजली की लगातार बढ़ रही मांग और पराली की समस्या से निपटने के लिए पंजाब सरकार ने सौर ऊर्जा पर अधिक से अधिक ध्यान केंद्रित करने की दिशा में कदम उठाए हैं। उन्होंने बताया कि अब तक राज्य में नवीकरणीय ऊर्जा के 1700.77 मेगावाट की क्षमता के प्रोजेक्ट लगाए जा चुके हैं और 184.12 मेगावाट क्षमता के अन्य प्रोजेक्ट लगाए जा रहे हैं। अब तक 815.5 मेगावाट क्षमता के ग्राउंड माउंटेड, 136.1 मेगावाट क्षमता के रूफटॉप और 20 मेगावाट क्षमता के कैनाल टॉप सौर ऊर्जा प्रोजेक्ट कार्यशील हो चुके हैं। इन प्रोजेक्टों कीे संख्या क्रमवार 71, 14 और 4 है।
डॉ. वेरका के अनुसार अकेले सौर ऊर्जा के 729.17 मेगावाट के प्रोजैक्ट स्थापित हो चुके हैं और 58.75 मेगावाट के प्रोजेक्ट प्रगति अधीन हैं। नवीकरणीय ऊर्जा के प्रोजेक्टों में बायोमास को-जनरेशन पावर प्रोजेक्ट 458.07 मेगावाट और बायोमास पावर प्रोजेक्ट 97.5 मेगावाट शामिल हैं।
एशिया का सबसे बड़ा सीबीजी प्रोजेक्ट लगेगा (Dr. Verka)
23 बायो सीएनजी प्रोजेक्ट निर्माणाधीन हैं। इनसे कुल 260 टन कम्प्रेस्ड बायोगैस (सीबीजी) पैदा होगी। इनमें एशिया का सबसे बड़ा सीबीजी प्रोजैक्ट भी शामिल है जिसकी क्षमता 33.23 टन सीबीजी प्रति दिन है। यह प्रोजेक्ट लहरागागा तहसील में लगाया जा रहा है और यह दिसंबर, 2021 में चालू हो जाएगा। इसके अलावा एचपीसीएल तेल कंपनी द्वारा बायो इथनोल प्रोजेक्ट बठिंडा जिले के तलवंडी साबो में निर्माणाधीन है जोकि फरवरी, 2023 तक शुरू हो जाएगा और इसमें रोजाना 500 टन पराली की खपत होगी।
(Dr. Verka will solve the problem of straw)
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