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इंडिया न्यूज़ (गांधीनगर): प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 29 जुलाई, 2022 को गांधीनगर स्थित गिफ्ट सिटी में देश के पहले इंडिया इंटरनेशनल बुलियन एक्सचेंज (IIBX) तथा NSE IFSC-SGX कनेक्ट को लॉन्च किया था। इसके चलते अब बुलियन ट्रेडिंग और फ्यूचर ट्रेडिंग में और अधिक सुविधाएं मिल पाएंगी। IIBX भारत को सोने के वैश्विक बाजार में एक प्रभावी देश के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण निर्णय है और यह एक्सचेंज गुजरात के ज्वैलर्स के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित होगा.
IIBX के प्रबंध निदेशक (एमडी) तथा मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अशोक गौतम ने कहा, “इस एक्सचेंज के कारण अब राज्य में ही तीन वॉल्ट बनाए गए हैं। इससे सोने की डिलीवरी लेने के इच्छुक क़्वॉलीफ़ाइड ज्वैलर्स को अत्यंत कम समय में ही गोल्ड मिल जाएगा। ऐसी व्यवस्था है कि कस्टम क्लियरेंस होने के चार घण्टों के भीतर अहमदाबाद में गोल्ड डिलीवरी मिल जाएगी। राज्य के अन्य शहरों में भी एक दिन के भीतर डिलीवरी पहुँच जाएगी। इससे समय की बचत होगी और अधिक प्रीमियम के लिए पूर्व में जो रुपए देने पड़ते थे,उसमें भी ज्वैलर्स को राहत मिलेगी”
पूर्ववर्ती व्यवस्था के अनुसार ज्वैलर्स को गोल्ड ट्रेडिंग करनी हो,तो अधिकृत बैंकों की व्यवस्था के माध्यम से करनी होती थी तथा अंतरराष्ट्रीय सेलर नियमानुसार 40 दिन का कन्साइनमेंट पीरियड रहता था। इसमें पहले से प्रीमियम का भुगतान करना पड़ता है और माल भी उसकी मात्रा भी तय करके उठाना पड़ता है। कई बार स्थानीय ज्वैलर्स माल की खपत अपेक्षित न रहने पर भी माल की मात्रा कम नहीं कर सकता है। दूसरी ओर IIBX के कारण अब ज्वैलर्स को सीधे सप्लायर्स यहीं मिल जाते हैं और जो भाव इस समय चल रहा हो,उसके अनुसार भाव तय कर तत्काल ही डिलीवरी ली जा सकती है.
IIBX पर अब तक भारत के 64 क़्वॉलीफ़ाइड ज्वैलर्स ने पंजीकरण कराया है,जिनमें 14 गुजरात के हैं। यहाँ रजिस्ट्रेशन कराने के लिए 25 करोड़ टर्नओवर होना आवश्यक है। इस एक्सचेंज से अब गुजरात के ज्वैलर्स को त्योहारों के मौसम में अधिक मांग होने पर तत्काल डिलीवरी मिलेगी,जिससे कमीशन तथा एजिंग कोस्ट से छुटकारा मिलेगा और उनका रुपया लम्बे समय तक रुका हुआ नहीं रहेगा। ज्वैलर्स स्वयं प्राइज़ प्रस्तुत कर सकेंगे। पूर्व की व्यवस्था में लंदन या न्यूयॉर्क कॉमेक्स के माधयम से बैंकों को जो क़्वॉट मिलता,वही ले जेना होता था। अब बायर सीधे सेलर को क़्वॉट दे सकेंगे। इससे बैंकों या अन्य वित्तीय संस्थानों को दिए जाने वाले कमीशन के ख़र्च की भी बचत होगी.
क्या है बुलियन ?
बुलियन यानी उच्चतम् गुणवत्ता वाला सोना या चांदी;जिसे बार,लगड़ी (इग्नॉट या टिकिया) या सिक्के के रूप में पहचाना जाता है। बुलियन को कुछ मामलों में वैध मुद्रा के रूप में भी उपयोग में लिया जाता है और केन्द्रीय बैंकों व निवेशकारी संस्थानों में उसे रिज़र्व के रूप में रखा जाता है.
बुलियन एक्सचेंज क्या है ?
बुलियन एक्सचेंज एक ऐसा प्लेटफ़ॉर्म है,जिस पर सोने तथा चांदी की ट्रेडिंग हो सकती है। विश्व स्तर पर लंदन बुलियन मार्केट एक महत्वपूर्ण मार्केट है। रिपोर्ट्स के अनुसार सोने के उपयोग में भारत विश्व में दूसरे स्थान पर है। वर्ष 2021 में भारत ने 1069 टन सोने का आयात किया था। सोने की खपत में चीन शीर्ष पर है.
IIBX और उसकी उपयोगिता
इंटरनेशनल बुलियन एक्सचेंज भारत में बुलियन के आयात का प्रवेश द्वार बनेगा। एक्सचेंज द्वारा स्थानीय उपभोग के लिए सभी बुलियन के आयात को चैनलाइज़ किया जाएगा। द इंडिया इंटरनेशनल बुलियन एक्सचेंज विश्व में इस प्रकार का तीसरा एक्सचेंज है। बुलियन के मूल्यों के निर्धारण में भारत को एक प्रभावी देश बनाने के उद्देश्य से इसका निर्माण किया गया है.
इस एक्सचेंज के निर्माण से बुलियन मार्केट में एक सुनियोजित ढाँचा स्थापित होगा। यहाँ रत्नकारों का पंजीकरण होगा और सोने की क़ीमतों में अधिक पारदर्शिता लाई जाएगी। छोटे बुलियन डीलर्स को भी उचित अवसर दिलाने में यह एक्सचेंज सरलता लाएगा। वर्ष 2018 में नीति आयोग ने इस प्रकार के एक्सचेंज तथा एक इकोसिस्टम के निर्माण का सुझाव दिया था। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन ने इस संबंध में वर्ष 2020-21 के बजट में घोषणा की थी और इसके बाद 11 दिसम्बर, 2020 के फ़ाइनेंशियल सर्विस सेंटर ऑथोरिटी रेगुलेशन्स सूचित किए गए थे;जिसके अंतर्गत बुलियन एक्सचेंज,क्लियरिंग कॉर्पोरेशन,डिपॉज़िटरी तथा वॉल्ट का संचालन किया जाता है.
NSE IFSC-SGX कनेक्ट से सिंगापुर में होने वाला कारोबार गिफ्ट सिटी में होगा
अब तक की व्यवस्था के अनुसार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के डेरिवेटिव का कारोबार सिंगापुर के स्टॉक एक्सचेंज पर होता है। सिंगापुर के स्टॉक एक्सचेंज को एसजीएक्स कहा जाता है और यह एक वायदा कारोबार (फ्यूचर ट्रेडिंग) प्लेटफॉर्म है। एनएसई और एसजीएक्स के बीच हुए एक समझौते के अनुसार गिफ्ट सिटी में ही एनएसई आईएफएससी-एसजीएक्स कनेक्ट शुरू हुआ है। इसके शुरू होने से सिंगापुर में जो निफ्टी फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट ट्रेड होता था, वह यहां हो सकेगा। इसके चलते निवेशकों को गिफ्ट सिटी में मिलने वाली टैक्स राहत का फायदा प्राप्त होगा और रियल-टाइम ट्रेडिंग हो सकेगी। गिफ्ट सिटी का इंफ्रास्ट्रक्चर विश्वस्तरीय होने के कारण यहां निवेशकों का आगमन होगा और अहमदाबाद एक वैश्विक वित्तीय केंद्र बनेगा.
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