संबंधित खबरें
Maharashtra-Jharkhand Election Result Live: झारखंड-महाराष्ट्र में किसको मिलेगी सत्ता की चाभी, जनता ने किसको किया है बेदखल? आज हो जाएगा तय
मातम में बदलीं खुशियां, नाचते- नाचते ऐसा क्या हुआ शादी से पहले उठी…
नाइजीरिया में क्यों पीएम मोदी को दी गई 'चाबी'? क्या है इसका महत्व, तस्वीरें हो रही वायरल
Stray Dogs: बिलासपुर में आंवारा कुत्तों का आतंक, लॉ छात्रा पर किया हमला
छत्तीसगढ़ में इंडिगो फ्लाइट को मिली धमकी, इमरजेंसी हुई लैंडिग
ऑटो में बैठी थी महिला तभी पीठ पर किसी ने फेरा हाथ, पीछे मुड़ी तो कांप गई रूह, देखें सबसे डरावने 5 मिनट की झलक
नेचुरोपैथ कौशल
■ अच्छा व नियमित खान-पान न होना भी याददाश्त कमजोर होने का बड़ा कारण है। इसीलिए लोग ठंड में घी और बादाम का सेवन करते हैं।
■ लेकिन अगर घी व बादाम का सेवन आयुर्वेदिक तरीके से किया जाए तो किसी की भी याददाश्त तीन गुना बढ़ सकती है।
■ बादाम का छिलका रहित गिरी और नारियल की गिरी 50-50 ग्राम
■ खसखस व मगज 70-70 ग्राम,
■ खरबूजे की गिरी 5 ग्राम,
■ चिरौंजी 5 ग्राम और
■ पिस्ता 5 ग्राम
इन सबको कूट पीसकर रखें।
फिर 400 ग्राम घी लालिमायुक्त होने तक गर्म करें और उक्त मिश्रण को डाल दें। जब घी का रंग बदलने लगे तब नीचे उतारकर छानकर सुरक्षित रखें। इस प्रकार तैयार इस घृत बादाम की चम्मच मात्रा को दूध में मिलाकर सेवन करें।
मस्तिष्क और तलुवों पर इस घी की मालिश भी उपयोगी है। इस घी के उपरोक्त प्रकार सेवन से दिमाग की निर्बलता, शुष्कता , आंखो की ज्योति बढ़ती है व मानसिक कार्य करने वालों के लिए बादाम घृत बहुत अधिक लाभदायक है।
घी को छानने के बाद शेष पदार्थ को आटे में भूनकर मिलाकर और थोड़ी चीनी डालकर पंजीरी बनाकर सुबह नाश्ते के रुप में सेवन करें। बहुत उत्तम रहेगा।
Also Read : Health Benefits Of Wheat Tides ये है ग्रीन ब्लड, करता है खून की कमी को दूर
Also Read : Making Tips Of Oil Free Pakodas इसे भी आजमाएं, ऐसे बनेंगे आयल फ्री पकौड़े
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.