India News (इंडिया न्यूज़), Health Tips : ‘हाइपरथर्मिया’ एक ऐसी बीमारी है जिसमें शरीर की गर्मी का नॉर्मल टेंपरेजर से ज्यादा हो जाता है। बता दें कि यह बीमारी कई कारणों से हो सकती है जैसे कि मौसम में बदलवा, उतार-चढ़ाव, जरूरत से ज्यादा शरीर को थकाने वाला काम करना और शरीर में से ज्यादा पसीना निकलना। वदीं इन सब के अलावा कुछ दवाइयों का ज्यादा इस्तमाल करने से भी ‘हाइपरथर्मिया’ की बीमारी हो जाती है। बता दें कि जब हमारे शरीर में से सही से पसीना नहीं निकल पाता तो उस समय हमारा शरीर गर्म होने लगता है, इसकी वजह से भी ‘हाइपरथर्मिया’ की बीमारी हो जाती है। जब सही समय पर इसका इलाज नहीं हो पाता तो यह एक बड़ी समस्या बढ़ जाती है।

‘हाइड्रेटेड रहना

‘हाइपरथर्मिया’ को रोकने के तरीको में से एक तरीका खुद को हाइड्रेटेड रखना है। वहीं जब हमारा शरीर डिहाइड्रेट हो जाता है तो हमारे शरीर के लिए आंतरिक तापमान को नियत्रिंत करना बहुत मुश्किल हो जाता है। वहीं पसीना आना हमारे शरीर को ठंडा करने का एक प्राकृतिक तरीका है।

बता दें कि एक दिन में कम से कम 8 गिलास पानी पीने की सलाह दी जाती है। वहीं गर्म मौसम में अपने साथ पानी की बोतल जरूर लेकर जाएं और पानी पीते रहें।

ठीक ढंग से कपड़े पहने

‘हाइपरथर्मिया’ की समस्या को कम करने के लिए सही कपड़े पहनना भी बहुत ही जरूरी है। बता दें कि ‘हाइपरथर्मिया’ के लिए ढीले ढाले कपड़े पहनना साथ ही हल्के रंग के कपड़े पहनना बहुत ही जरूरी है।

शरीर को ठड़ा करना भी है जरूरी

वहीं जब आप लंबे समय से गर्मी में चल रहें हे तो छाया में कुछ समय का ब्रेक लेना चाहिए क्योकि लंबे समय से सीधे तेज धूप में चलने से आपके शरीर का आंतरिक तापमान तेजी से बढ़ सकता है।

लेने वाली दवाईओं के बारे में जाने

बता दें कि कुछ दवाइयां ‘हाइपरथर्मिया’ का विकसित करती है। यदि आप कोई भी दवाई ले रहें है तो उसे लेने से पहले डॉक्टर से जरूर पूछे।

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