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Home Remedies To Reduce Depression : आज के समय में लोगों की जिंदगी एक मशीन की तरह हो गई है, जो हर समय काम में लगी रहती है। कभी सोचा है यह व्यस्तता हमें कहां ले जा रही है? डिप्रेशन यानी अवसाद की ओर। इस समय हर दूसरा व्यक्ति डिप्रेशन का शिकार हो रखा है। जिसकी वजह से इसका असर उसकी सेहत पर देखने को मिल रहा है। डिप्रेशन के कारण इंसान की सोचने और समझने की क्षमता प्रभावित होती है।
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वैसे तो यह माना जाता है कि नीम से त्वचा संबंधी बीमारियां दूर होती हैं, पर तनाव को खत्म करने में भी यह कारगर पाया गया है। तनाव कम करने के लिए नीम की पत्तियों का पेस्ट तैयार कर माथे पर लेप करना चाहिए। इससे कुछ देर में आराम मिलने लगता है।
कहा जाता है कि तनाव को दूर करने के लिए बादाम के साथ दूध पीना चाहिए। कम से कम 5 बादाम खाकर एक गिलास हल्का गर्म दूध पीने से तनाव में काफी रहात मिलती है। दूध में अदरक का पाउडर मिला कर पेस्ट बना माथे पर लगाने से भी तनाव कम होता है।
वैसे तो गुलकंद कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करता है, पर तनाव दूर करने में यह बेहद कारगर है। तनाव होने पर दूध में गुलकंद मिला कर सोने से पहले पीना चाहिए। कुछ दिनों तक ऐसा करने से राहत मिलती है और तनाव खत्म हो जाता है। मीठी लस्साी में भी गुलकंद मिला कर पिया जा सकता है।
पान के पत्ते चबाने से भी तनाव से राहत मिलती है। वैसे तो पान की तासीर को गर्म कहा गया है, पर तनाव में इसका अच्छा असर देखा गया है। पान का पत्ता चबाने के साथ उसे पानी में भिगो कर माथे पर पट्टी की तरह भी रख सकते हैं। इससे काफी राहत मिलती है।
ग्रीन टी में एंटी-आक्सीडेंट के साथ ही एल-तियमाइन नाम का तत्व होता है जो तनाव को खत्म करता है। इसलिए जब भी तनाव हो ग्रीन टी जरूर पिएं। इससे तत्काल एनर्जी भी मिलती है।
तनाव होने पर नारियल के तेल से मसाज करने पर भी राहत मिलती है। नारियल के तेल से मसाज करने पर ब्लड सकुर्लेशन बढ़ता है, जिससे ताजगी महसूस होती है। मसाज के बाद ठंडे पानी से नहाने से और भी राहत मिलती है।
डिप्रेशन दूर करने के घरेलू उपाय के तौर पर काजू का इस्तेमाल किया जा सकता है। काजू का सेवन अवसाद से बचाव में मदद कर सकता है। यह मूड को बेहतर करने के साथ ही विचारों को स्थिर करने में सहायक है। इसके लिए काजू में मौजूद फाइबर, मिनरल्स, विटामिन और फाइटोकेमिकल्स को फायदेमंद माना जाता है। यही वजह है कि सिम्पटम्स आफ डिप्रेशन कम करने के लिए लोग काजू का सेवन करते हैं।
डिप्रेशन के लक्षण को कम करने के लिए दही के फायदे भी देखे जा सकते हैं। दही शरीर में सेरोटोनिन हार्मोन के स्तर को बढ़ाकर अवसाद को कम करने में मदद कर सकता है। सेरोटोनिन हार्मोन को मूड बेहतर करने के लिए जाना जाता है। दही के साथ ही एक्सरसाइज करना डिप्रेशन के लिए और ज्यादा प्रभावी होता है। इस आधार पर डिप्रेशन के लिए घरेलू उपाय के तौर पर डाइट में दही को शामिल करना लाभकारी हो सकता है।
घर में अवसाद के उपचार के लिए सेब का सेवन भी किया जा सकता है। जी हां, फलों को मानसिक स्वास्थ्य के लिए अच्छा माना जाता है, जिनमें से एक सेब भी है। कच्चे फलों के सेवन से भी मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने और अवसाद के लक्षणों को कम करने में मदद मिल सकती है। इन फलों में सेब का नाम भी शामिल है। इसी आधार पर डिप्रेशन का रामबाण इलाज करने के लिए सेब का उपयोग किया जा सकता है।
माउथ फ्रेशनर के रूप में उपयोग होने वाला सौंफ भी डिप्रेशन के लक्षण को कम करने में प्रभावकारी हो सकता है। सौंफ में एंटी डिप्रेसेंट प्रभाव होता है, जो अवसाद के लक्षणों को कम करने में काफी हद तक कारगर साबित हो सकता है। इसी वजह से कुछ लोग सौंफ के उपयोग डिप्रेशन का रामबाण इलाज करने के लिए भी करते हैं।
डिप्रेशन ट्रीटमेंट के लिए पपीता का भी इस्तेमाल लाभकारी सिद्ध हो सकता है। ऐसा इसलिए. क्योंकि पपीता में एंटी डिप्रेसेंट प्रभाव होता है, जो अवसाद के लक्षण को कम करने में मददगार साबित हो सकता है। दरअसल, इसमें मौजूद एंटीआॅक्सीडेंट प्रभाव के कारण पपीते को डिप्रेशन के लिए अच्छा माना जाता है। यही वजह है कि पपीता को कुछ लोग डिप्रेशन का पक्का इलाज भी कहते हैं।
डिप्रेशन का इलाज अदरक का उपयोग करके भी किया जा सकता है। अदरक का इस्तेमाल अवसाद सहित विभिन्न रोगों के उपचार के लिए किया जा सकता है। इस आधार पर यह कहना गलत नहीं होगा कि अवसाद दूर करने के घरेलू उपचार के तौर पर अदरक एक प्रभावी विकल्प साबित हो सकता है।
सालमन मछली में ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है। यह फैटी एसिड मस्तिष्क की कार्यक्षमता को बढ़ाने के साथ-साथ मूड सुधारने में भी मदद कर सकता है, जिससे अवसाद के लक्षण को कम करने में मदद मिल सकती है। यही वजह है कि अवसाद के उपचार के लिए सालमन मछली का उपयोग लाभकारी माना जाता है।
हर किसी को अपनी सेहत का ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है। इसके लिए अच्छा खानपान और व्यायाम जरूरी है। व्यायाम डिप्रेशन को दूर करने का सबसे अच्छा तरीका है। जब हम व्यायाम करते हैं तब सेरोटोनिन और टेस्टोस्टेरोन जैसे हार्मोन्स रिलीज होते हैं, जो दिमाग को स्थिर करते हैं। डिप्रेशन को बढ़ाने वाले विचार आने कम होते हैं।
एक अच्छी और पूरी रात की नींद हमें सकारात्मक ऊर्जा से भर देती है। जो लोग रोजाना 7 से 8 घंटे की नींद नहीं लेते तो उन लोगों में डिप्रेशन का खतरा अधिक होता है। इसलिए व्यस्तता के बावजूद अपनी नींद से समझौता न करें।
जब लोग डिप्रेशन में होते हैं तो उन्हें संगीत सुनकर अच्छा लगता है। जब भी व्यक्ति मानसिक रूप से परेशान हों तो उसे अपना पसंदीदा गाना सुनना चाहिए। संगीत में मूड बदलने, मन को अवसाद से निकालने की अद्भुत ताकत होती है।
Home Remedies To Reduce Depression
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