होम / Live Update / It is Necessary to Reduce the Mistrust between the Government and Farmers सरकार और किसानों के बीच अविश्वास घटाना जरूरी

It is Necessary to Reduce the Mistrust between the Government and Farmers सरकार और किसानों के बीच अविश्वास घटाना जरूरी

PUBLISHED BY: India News Editor • LAST UPDATED : October 7, 2021, 5:01 pm IST
ADVERTISEMENT
It is Necessary to Reduce the Mistrust between the Government and Farmers सरकार और किसानों के बीच अविश्वास घटाना जरूरी

It is Necessary to Reduce the Mistrust between the Government and Farmers

It is Necessary to Reduce the Mistrust between the Government and Farmers

कृष्ण प्रताप सिंह
स्तंभकार

अच्छी बात है कि उत्तर प्रदेश स्थित लखीमपुर खीरी में प्रशासन ने थोड़ा लचीलापन दिखाकर रविवार को हुए बवाल से पीड़ित किसानों को इंसाफ के प्रति आश्वस्त कर उनसे समझौता कर लिया है। इस समझौते में तय हुआ है कि जान गंवाने वाले किसानों के आश्रितों को 45-45 लाख रुपयों का मुआवजा और एक परिजन को नौकरी दी जाएगी।
साथ ही, फसाद की जड़ बताए जा रहे केंद्रीय गृह राज्यमंत्नी अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाएगा और सारे मामले की हाईकोर्ट के जज से जांच कराई जाएगी। निस्संदेह, इससे पीड़ितों के उद्वेलन घटेंगे और उनसे जुड़े संघर्षो के नए मोर्चे खुलने के अंदेशे कम होंगे। प्रशासन ने ऐसा ही रवैया थोड़ा पहले अख्तियार कर लिया होता तो बात उतनी बिगड़ती ही नहीं, जितनी बिगड़ गई और जिसके कारण चार किसानों समेत नौ लोगों को जान से हाथ धोना पड़ा।

यह प्रशासन के समय रहते सक्रिय न होने का ही नतीजा था कि किसानों द्वारा केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी, जो वहां के सांसद भी हैं और उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशवप्रसाद मौर्य को काले झंडे दिखाने के सिलसिले में इतनी दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं घटीं, जिनका किसी भी तरह समर्थन नहीं किया जा सकता। लेकिन इससे भी ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण यह है कि वहां जो कुछ हुआ, उसके पीछे न सिर्फ आंदोलित किसानों की लंबी अनसुनी और उनके आक्रोश के गलत आकलन बल्कि उन्हें बार-बार उकसाने की सत्ताधीशों की कार्रवाइयां भी हैं।

इसे यों भी समझ सकते हैं कि लखीमपुर खीरी में बात हद से आगे बढ़ गई और किसान गृह राज्यमंत्री के काफिले की गाड़ी से कुचल दिए गए अपने साथियों के शवों का तब तक अंतिम संस्कार न करने पर अड़ गए, जब तक उनकी मांगें नहीं मान ली जातीं, तो उत्तर प्रदेश सरकार ने अपनी पूरी ताकत लगाकर लखीमपुर खीरी को किले में बदल डाला। सारे विपक्षी दलों के नेताओं को जहां-तहां गिरफ्तार कर वहां जाने से रोक दिया, सो अलग। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखजिन्दर एस। रंधावा के विमानों को लखनऊ में अमौसी स्थित चौधरी चरणसिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरने तक से रोक दिया गया। लेकिन गत 26 सितंबर को केंद्रीय गृह राज्यमंत्री ने उन्हें काले झंडे दिखाने वाले किसानों को खुलेआम चुनौती देते हुए सामने आने या सुधर जाने की धमकी दे रहे थे तो वह हालात से अनजान-सी हाथ पर हाथ धरे बैठी हुई थी।
इन मंत्री महोदय का कहना था कि कृषि कानूनों के खिलाफ केवल दस-पंद्रह लोग शोर मचा रहे हैं, जो नहीं सुधरे तो दो मिनट से भी कम में सुधार दिए जाएंगे। इतना ही नहीं, दावा कर रहे थे कि वे सिर्फ मंत्री या सांसद नहीं हैं और जब उन्हें काले झंडे दिखाए जा रहे थे, वे कार से उतर जाते तो दिखाने वालों को भागने का रास्ता नहीं मिलता। उन्हीं के शब्दों में कहें तो ‘जो लोग मेरे विषय में जानते हैं, उनको पता होगा कि मैं किसी चुनौती से भागता नहीं। जिस दिन मैंने चुनौती स्वीकार कर ली, उस दिन मुङो काला झंडा दिखाने वालों को लखीमपुर खीरी छोड़ना पड़ जाएगा।’ इसके बावजूद उपमुख्यमंत्री के दौरे के वक्त पुलिस बल की पर्याप्त तैनाती भी नहीं की गई। इस कारण बात बिगड़ गई तो अचानक कुछ करते नहीं बना। जिले के दो थानों की पुलिस के बारे में तो यह तक खबर आई कि वह डर के मारे अपने थाने ही छोड़कर चली गई।

अब प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इन घटनाओं को दु:खद करार देते हुए आश्वस्त कर रहे हैं कि उनके दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। लेकिन इस वक्त सबसे बड़ी जरूरत यह है कि आंदोलनकारी किसानों व सरकारों के बीच, न सिर्फ उत्तर प्रदेश बल्कि केंद्र और दूसरे भाजपाशासित राज्यों में भी लगातार बढते जा रहे अविश्वास को घटाने के गम्भीर प्रयत्न किए जाएं। इसके लिए सबसे पहले सत्ताधीशों को वैसी धमकियां व चुनौतियां देने से बाज आना होगा जैसी केंद्रीय गृह राज्यमंत्नी ने लखीमपुर खीरी के किसानों को नाहक ही दीं।

वैसे भी उनका काम आंदोलित समुदायों की समस्याओं को धैर्यपूर्वक सुनना और लोकतांत्रिक ढंग से सुलझाना होता है, न कि उन्हें धमकाना या सामने आकर मुकाबला करने को कहना। उनमें से कोई ऐसा करता है तो कर्तव्यच्युत तो होता ही है, जनविश्वास भी खोता है।

Read More: लखीमपुर खीरी हिंसा पर सुप्रीम कोर्ट ने यूपी सरकार से कहा- गिरफ्तारी व एफआईआर पर दें स्टेटस रिपोर्ट

Connect With Us : Twitter Facebook

Tags:

Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

NASA ने अनोखे अंदाज में दी क्रिसमस की बधाई, देख हैरान रह गए दुनिया भर के लोग
NASA ने अनोखे अंदाज में दी क्रिसमस की बधाई, देख हैरान रह गए दुनिया भर के लोग
गजब है पाकिस्तान…, एयरस्ट्राइक कर अपने ही बच्चों और महिलाओं को मारा! तालिबानियों ने भी पीट लिया माथा
गजब है पाकिस्तान…, एयरस्ट्राइक कर अपने ही बच्चों और महिलाओं को मारा! तालिबानियों ने भी पीट लिया माथा
UP News: किसानों की गांधीगीरी… सड़क पर बैठकर अफसरों को सुनाई खूब खरी-खोटी
UP News: किसानों की गांधीगीरी… सड़क पर बैठकर अफसरों को सुनाई खूब खरी-खोटी
Today Horoscope: इस 1 राशि की किस्मत में लिखा है आज बड़ा बदलाव, तो इन 3 जातकों को मिलेगा उनका बिछड़ा प्यार, जानें आज का राशिफल
Today Horoscope: इस 1 राशि की किस्मत में लिखा है आज बड़ा बदलाव, तो इन 3 जातकों को मिलेगा उनका बिछड़ा प्यार, जानें आज का राशिफल
Indore: कार और बस के बीच भीषण टक्कर, 5 की मौत, 15 से ज्यादा घायल
Indore: कार और बस के बीच भीषण टक्कर, 5 की मौत, 15 से ज्यादा घायल
आज होगा आनंद विहार-अप्सरा बार्डर फ्लाईओवर का उद्घाटन, 2 हिस्सों में ट्रैफिक बंटने से जाम की समस्या होगी समाप्त
आज होगा आनंद विहार-अप्सरा बार्डर फ्लाईओवर का उद्घाटन, 2 हिस्सों में ट्रैफिक बंटने से जाम की समस्या होगी समाप्त
दिल्ली में कांग्रेस की दूसरी लिस्ट जारी, अब तक 47 नामों का एलान
दिल्ली में कांग्रेस की दूसरी लिस्ट जारी, अब तक 47 नामों का एलान
अरविंद केजरीवाल की तुलना भगवान श्रीकृष्ण से करने पर गरमायी सियासत,अवध ओझा ने उदाहरण देकर कारण भी बताया
अरविंद केजरीवाल की तुलना भगवान श्रीकृष्ण से करने पर गरमायी सियासत,अवध ओझा ने उदाहरण देकर कारण भी बताया
पुलिस हिरासत में रेप के आरोपी की मौत पर परिजनों का भड़का गुस्सा, जानें क्या है पूरा मामला
पुलिस हिरासत में रेप के आरोपी की मौत पर परिजनों का भड़का गुस्सा, जानें क्या है पूरा मामला
Gaya: क्रिसमस या न्यू ईयर पर बोधगया घूमने आ रहे हैं तो हो जाइए सावधान! ‘सुरक्षा व्यवस्था अपडेट और अपग्रेड की गई है’
Gaya: क्रिसमस या न्यू ईयर पर बोधगया घूमने आ रहे हैं तो हो जाइए सावधान! ‘सुरक्षा व्यवस्था अपडेट और अपग्रेड की गई है’
पहाड़ों की रानी शिमला में विंटर कार्निवल शुरू, जानें CM सुखविंदर सिंह सुक्खू ने क्या कहा?
पहाड़ों की रानी शिमला में विंटर कार्निवल शुरू, जानें CM सुखविंदर सिंह सुक्खू ने क्या कहा?
ADVERTISEMENT