India News (इंडिया न्यूज़),Jharkhand News : झारखंड में इन दिनों डेंगू,टाइफाइड, मलेरिया, चिकनगुनिया और वायरल फीवर विकराल रूप ले चुका है। हर मोहल्ले में डेंगू या फिर वायरल के मरीज है । इस रोग का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। गंदगी और जलजमाव से मच्छरों का प्रकोप यहां बढा है, और यही वजह है कि हर दिन अस्पताल में डेंगू के मरीज पहुंच रहे हैं। रांची के रिमस हो सदर अस्पताल हो या कोई दूसरे अस्पताल हर दिन सैकड़ों के तादाद मरीज यहां पहुंच रहे हैं।
4 साल का रिकॉर्ड टुटा
डेंगू की भर्ती मरीजों की संख्या में पिछले 4 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। इस साल अब तक मिले मरीजों का आंकड़ा डेढ़ हजार को पार कर चुका है। लोगों की सांसे अटक रही है। अस्पतालों में जगह नहीं है। प्लेटलेट्स नहीं मिल रहे हैं । झारखंड ने कोरोना का दौर भी देखा है ,इसके बाद भी स्वास्थ्य विभाग ने महामारियों से निपटने की तैयारी नहीं की है। राज्य में हजारो मरीज अब तक मिल चुके हैं ।सबसे बुरा हाल जमशेदपुर का है जबकि राज्य के स्वास्थ्य मंत्री इसी इलाके से हैं।
डेंगू के लार्वा की तलाश
स्वास्थ्य विभाग की टीम मोहल्ले में डेंगू के लार्वा की तलाश कर रही है। पर लार्वा पनप कैसे रहा है इस पर ध्यान नहीं है। बदइंतजामी के कारण डेंगू का भयावह रूप अब देखने को मिल रहा है ।वैसे स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि डेंगू नियंत्रण के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। कोरोना की तर्ज पर मरीजों की मॉनिटरिंग की जा रही है। जागरूकता अभियान चलाने का निर्देश दिया गया है। पर हालत गंभीर है।
तमाम अस्पतालों की हालत बुरी
झारखंड के जो बड़े अस्पताल है रिम्स एमजीएम ऐसे तमाम अस्पतालों की हालत बुरी है। इन अस्पतालों में भर्ती मरीजों को मच्छरदानी लगाना पड़ता है। ताकि दूसरे को डेंगू डंक ना मार दे ।परिजनों को डर है कि वह भी चपेट में ना आ जाए।
इस वर्ष अब तक छह जिलों को छोड़कर सभी जिलों में डेंगू के मरीज मिले हैं। सबसे अधिक हजार के करीब डेंगू के मरीज पूर्वी सिंहभूम में मिले हैं।
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