India News (इंडिया न्यूज़) (Abhishek singh) Uttar Pradesh : सपा नेता आजम खान की टेंशन आने वाले दिनो में और बढ़ सकती है। आजम खान पर सरकार के आदेश से अधिक जमीन अधिग्रहण करना, निर्माण करवाना और नियमों की अनदेखी करने का आरोप है। आयकर विभाग की ओर से पिछले दिनों में आजम खान के घर पर छापे मारी किया गया। इस दौरान मिले दस्तावेज़ो से खुलासा हुआ कि सरकारी विभागों के पैसे को निजी विश्वविद्यालय के निर्माण में खर्च किया गया।
सूत्रों के अनुसार आयकर विभाग ने छापेमारी में पाया कि करीब 106 करोड़ रुपये के फंड को यूनिवर्सिटी निर्माण के लिए डायवर्ट किया गया। छह सरकारी विभागों की ओर से यूनिवर्सिटी ट्रस्ट ये फ़ंडिंग किया गया। जिसमें जल निगम के निदेशक निर्माण और डिजाइन सर्विसेज (सीएंडडीएस) ने जौहर यूनिवर्सिटी को 35 करोड़ 90 लाख रुपये जारी किए। इसके साथ ही पीडब्ल्यूडी ने 17 करोड़ 16 लाख रुपये जारी किए थे। जल निगम की ओर से जौहर यूनिवर्सिटी को 53 करोड़ 56 लाख रुपये जारी किये गए।
जानकारी के अनुसार पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग, जिला ग्रामीण विकास अभिकरण और संस्कृति विभाग ने भी निर्माण के लिए पैसे जारी किए थे। इसके अलावा रसूख़ का दूसरा नाम कहे जाने वाले आजम खान को खुश करने के लिए तो कुछ ने उनके ख़ौफ़ के कारण इस विश्वविधायल में पैसे निवेश किये। जिसमें तत्कालीन विधायक और MLC (Members of a State Legislative Council) रहे ऐसे कई नाम शामिल हैं। नाम के इस सूची में (मधु गुप्ता) 30 लाख , (बलराम यादव) 15 लाख , (रमेश यादव) 20 लाख , (यशवंत सिंह) 20 लाख , (राम सुंदर दास) 20 लाख , (अम्बिका चौधरी) 15 लाख , (अहमद हसन) 10 लाख , (लीलावती कुशवाह) 50 लाख , (ऐस आर ऐस यादव) 25 लाख , (अशोक बाजपेयी) 25 लाख , (राम सकल गुर्जर) 10 लाख , (राम जतन राजभर) 10 लाख दिए हैं ।
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