Navjot Sidhu Work on solar power model in Punjab
नवजोत सिद्धू ने फिर से निजी कंपनियों के साथ बिजली समझौतों पर आपत्ति जताई
अनिल भारद्वाज, चंडीगढ़ :
Navjot Sidhu : पंजाब में बिजली संकट के मद्देनजर, पीपीसीसी अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने रविवार को एक बार फिर से निजी कंपनियों के साथ राज्य के बिजली समझौतों पर सवाल उठाते हुए कहा कि प्रदेश को सौर ऊर्जा के मॉडल पर आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने यह मांग भी की कि दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करते हुए, निर्धारित अवधि के लिए कोयला स्टॉक नहीं रखने वाले निजी थर्मल प्लांटों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।
Navjot Sidhu : पछतावा करने की जगह प्रयास करें
सिद्धू ने ट्वीट करते हुए कहा, पंजाब को पछतावा और पुनर्विचार करने के बजाय पहले से ही रोकथाम तथा तैयार होने की नीति पर चलना चाहिए। दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करते हुए 30 दिनों तक कोयला स्टॉक न रखकर लोगों को परेशान करने वाले प्राइवेट थर्मल प्लांटों को दंडित किया जाना चाहिए। यह समय, सोलर पीपीएज और ग्रिड से जुड़े रूफ-टॉप सोलर मॉडल पर मजबूती से काम करने का है। इससे पहले शनिवार को पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने बिजली संकट से निपटने के लिए निर्धारित कोटे के अनुसार राज्य की कोयले की आपूर्ति को तुरंत बढ़ाने के लिए केंद्र से कहा था, क्योंकि तेजी से घटते कोयले के भंडार के कारण कुछ थर्मल यूनिटों को बंद किया गया है और अगले कुछ दिनों में कोयला भंडार पूरी तरह समाप्त होने की आशंका है।
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थर्मल प्लांट में कोयले की कमी
मुख्यमंत्री ने राज्य में कोयले की आपूर्ति की कमी के बीच बिजली की स्थिति की समीक्षा करते हुए कहा कि अपर्याप्त कोयला प्राप्त होने के कारण सभी थर्मल प्लांट पूरी क्षमता से बिजली उत्पादन नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र को पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के साथ-साथ ग्रिड अनुशासन बनाए रखने के लिए शहरों और गांवों में घरेलू उपभोक्ताओं पर कुछ बिजली कटौती की जा रही है।