• जाखड़ ने तंज कसते हुए लिखा सर कलम उनके होंगे, जिनका जमीर होगा…
  • पंजाब कांग्रेंस में जाखड़ को वरिष्ठ एवं सुलझा हुआ नेता माना जाता है
  • पार्टी की ओर से भेजे गए नोटिस का भी नहीं दिया था जवाब
  • एक्टिव राजनीति से भी कर चुके है किनारा

इंडिया न्यूज, चंडीगढ़। पंजाब कांग्रेंस के कद्दावर नेता माने जाने वाले सुनील जाखड़ को पार्टी की अनुशासन समिति की मीटिंग में दो वर्ष के लिए संस्पेंड करने की सिफारिश की गई है। हालांकि इस बारे में अंतिम फैसला सोनिया गांधी को लेना है।

लेकिन जाखड के तेवर से साफ है कि उन्हें अब इन सब बातों से कोई खास फर्क नहीं पड़ता है। जाखड को सस्पेंड किए जाने की सिफारिश किए जाने से पहले ही जाखड ने ट्वीट कर अपने तेवर साफ कर दिए थे। जाखड पर पार्टी के कुछ नेताओं के खिलाफ बयानबाजी कर पार्टी अनुशासन को तोड़ने का आरोप था।

पार्टी हाईकमान को बोला गुड लक

हालांकि उन्हें पार्टी से सस्पेंड किए जाने की सिफारिश किए जाने के बाद जाखड ने पार्टी हाईकमान को गुड लक बोल दिया है। अब सबकी नजरें जाखड के अगले कदम पर होगी। जाखड की गिनती पार्टी के वरिष्ठ एवं सुलझे हुए नेता के रूप में की जाती है।

सर कलम उनके होंगे जिनका जमीर होगा…

जाखड़ ने आज ट्वीट कर कहा कि आज सर कलम उनके होंगे, जिनका जमीर होगा। सुनील जाखड़ पूर्व केंद्रीय मंत्री बलराम जाखड़ के बेटे हैं। पंजाब विधानसभा चुनाव के समय ही सुनील जाखड सूबे में सक्रिय राजनीति से किनारा कर चुके है।

चुनाव के समय वह इस बात का ऐलान भी कर चुके है। उन्होंने चुनाव के समय चुनाव मैदान में उतरने से मना कर दिया था। तभी से माना जा रहा था कि जाखड़ को शायद पार्टी में कुछ ठीक नहीं लग रहा है तभी वह अब सक्रिय राजननीति से भी किनारा कर रहे है।

शायद कांग्रेंस से कर ले जाखड़ किनारा

जाखड पर हो रही इस कार्रवाई को लेकर अब यह भी माना जा रहा है कि शायद जाखड कांग्रेंस को छोड दे। जाखड ने खुद पर हो रही कार्रवाई को लेकर पार्टी हाईकमान को गुड लक भी बोला। वह भी अपने शायरना अंदाज में तंज कसते रहते है। ऐसे में अब अगर जाखड़ कांग्रेंस को छोडते है तो वह किस दल में जाएंगे इस पर सबकी नजरे बनी हुई है। क्योंकि जाखड़ को काफी सुलझा हुआ नेता माना जाता है। वह कैप्टन के भी करीबियों में रहे है।

नोटिस का भी नहीं दिया था जवाब

पार्टी हाईकमान की ओर से जाखड़ को एक नोटिस भी भेजा गया था। जिसमें इस अनुशासनत्मक कार्रवाई को लेकर यह नोटिस दिया गया था। लेकिन जाखड ने इस नोटिस की कोई परवाह नहीं करते हुए नोटिस का भी जवाब नहीं दिया था। इसके बाद माना जा रहा था कि पार्टी हाईकमान की ओर से जाखड के खिलाफ कोई बड़ी कार्रवाई की जा सकती है।

कैप्टन के बाद जाखड का सीएम बनना माना जा रहा था तय

पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने जब सीएम पद से इस्तीफा दिया था तो जाखड़ को सीएम बनाने के लिए ज्यादात्तर विधायक पक्षधर थे। कैप्टन अमरिंदर सिंह के हटने के बाद सुनील जाखड़ का सीएम बनना लगभग तय हो गया था, लेकिन अंबिका सोनी के एक बयान ने जाखड़ के सपनों व पार्टी की रणनीति पर पानी फेर दिया। इसके कुछ समय के बाद जाखड़ ने बिना किसी का नाम लिए अंबिका सोनी पर निशाना भी साधा था।

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