Sukhjinder Singh Randhawa Will not allow Sikhs to be displaced from any part of the country
इंडिया न्यूज, चंडीगढ़ :
मेघालय की राजधानी शिलांग में सिख लेन से सिखों को हटाए जाने का मामला गर्माता जा रहा है। सिखों के खिलाफ इस तरह के फैसले लेने पर पंजाब सरकार ने मेघालय सरकार की निंदा की है। इस मामले में नाराजगी जताते हुए प्रदेश के उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि वे इस फैसले का विरोध करते हैं। देश के किसी भी हिस्से से सिखों को विस्थापित नहीं होने दिया जाएगा। डिप्टी सीएम ने कहा कि केंद्र और मेघालय सरकार को पत्र लिखकर राज्य सरकार इस फैसले पर अपना विरोध जताएगी। रंधावा ने आरोप लगाते हुए कहा कि वहां की प्रदेश सरकार भू-माफियाओं के दबाव में आकर यह फैसला ले रही और सदियों से वहां रह रहे सिखों को उनकी संपत्ति से बाहर करके उनको विस्थापित कर रही है।
मेघालय सरकार ने यह फैसला लिया था (Sukhjinder Singh Randhawa)
डिप्टी सीएम ने बताया कि हाल ही में मेघालय के उपमुख्यमंत्री प्रेस्टन टायन्सॉन्ग के नेतृत्व वाली उच्च स्तरीय समिति की सिफारिशों पर मेघालय कैबिनेट द्वारा थेम ल्यू मालौंग क्षेत्र (पंजाबी लेन) में रहने वाले सिखों को दूसरी जगह बसाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है। सुखजिंदर रंधावा ने कहा कि भू-माफिया के दबाव में लगभग 200 साल से शिलांग में रहने वाले सिखों को विस्थापित करना अन्यायपूर्ण है और पंजाब सरकार इस फैसले का सख्त विरोध करती है।
अल्पसंख्यक खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे (Sukhjinder Singh Randhawa)
सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि 200 साल से भी अधिक समय से शिलांग में बसे इन सिखों के अधिकारों की किसी भी कीमत पर उल्लंघन नहीं होने दिया जाएगा। भाजपा गठबंधन वाली मेघालय सरकार यह फैसला तुरंत वापस ले। उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार अल्पसंख्यकों को सुरक्षा का माहौल प्रदान करने और उनमें विश्वास पैदा करने में नाकाम रही है। पूरे देश में अल्पसंख्यक वर्ग असुरक्षित महसूस कर रहा है।