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इंडिया न्यूज, पंजाब:
सुनील जाखड़ (Sunil Jakhar) का नाम कांग्रेस (Congress) के बड़े नेताओं में लिया जाता है। पंजाब के उप मुख्यमंत्री के तौर पर सुनील मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं। वहीं अगर सुनील जाखड़ के राजनीतिक करियर पर नजर डालें तो वह भी उनके डिप्टी सीएम बनने के पक्ष में गवाही दे रहा है। सुनील कुमार जाखड़ का जन्म 9 फरवरी 1967 को पंजाब के फाजिल्का जिले के गांव पंजकोसी में हुआ। सुनील जाखड़ कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी से एमबीए हैं। उनके पिता का नाम बलराम जाखड़ था। सुनील की शादी सिल्विया जाखड़ से हुई थी।
छात्र जीवन से ही जाखड़ राजनीति में सक्रिय हो गए थे। वह लोगों की समस्याओं को सरकार और प्रशाासन तक पहुंचाने में लगे रहते थे। इसी जज्बे के साथ सुनील ने इंडियन नेशनल कांग्रेस ज्वाइन की और 2002 से 2017 तक वही अबोहर से चुनाव जीते। इस समय जाखड़ पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सांसद हैं। इससे पहले वह 2017 तक पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता रहे। इस बीच सुनील जाखड़ ने कांग्रेस हाईकमान द्वारा पंजाब में उठाए गए कदम का ट्वीट कर स्वागत किया है। वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सदस्य हैं और उप चुनाव में भारतीय संसद के निचले सदन लोकसभा से पंजाब के गुरदासपुर से चुने गए।
सुनील जाखड़ पहली बार 2002 में अबोहर से पंजाब विधानसभा के सदस्य बने। इसके बाद 2007 और 2012 में, वे अबोहर से फिर से चुने गए। वहीं गुरुदासपुर में उपचुनाव जीतने के बाद वह संसद के सदस्य बने। 2007 में सुनील जाखड़ के भाजपा के पूर्व विधायक राम कुमार को लगभग 17 हजार वोटों से हराया और अबोहर निर्वाचन क्षेत्र से विधायक बने। 2012 में सुनील दोबारा अबोहर से विधायक बने। इस बार जाखड़ ने एक निर्दलीय उम्मीदवार शिव लाल डोडा को हराया।
भारतीय जनता पार्टी का गढ़ माने जाने वाली गुरदासपुर सीट पर सुनील जाखड़ ने 2017 में बड़े अंतर से जीत हासिल की थी। इससे पहले फिल्म अभिनेता विनोद खन्ना गुरदासपुर से भारतीय जनता पार्टी लगातार 4 बार सांसद चुने गए थे। अप्रैल 2017 में विनोद खन्ना का निधन हो गया था और उसके बाद सीट पर हुए उपचुनाव में सुनील जाखड़ को जीत मिली थी। उन्होंने भाजपा के स्वर्ण सलारिया को हराया था। हालांकि इसके बाद हुए लोकसभा चुनाव में अभिनेता सनी देओल ने सुनील जाखड़ को शिकस्त दी। जाखड़ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के बेहद करीबी माने जाते हैं।
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