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इंडिया न्यूज, नई दिल्ली
25th Good Governance Day: भारत में प्रतिवर्ष सुशासन दिवस (गुड गवर्नेंस डे) Good Governance Day 2021 पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) की जयंती के रूप में 25 दिसंबर को मनाया जाता है।
ये घोषणा वाजपेयी जी के 90वें जन्मदिन पर की गयी थी। भारत सरकार की ओर से यह घोषित किया गया था कि सुशासन दिवस को पूरे दिन काम किया जायेगा। यह संयोग की बात है कि भारत देश में सुशासन दिवस की घोषणा 25 दिसम्बर क्रिसमस उत्सव (एक राजपत्रित अवकाश) से मेल खाती है। (national good governance day is observed on the birthday of Atal Bihari Vajpayee)
Good Governance Day 2021 Messages Quotes Wishes
सुशासन (Good Governance Day,) मतलब किसी सामाजिक-राजनीतिक ईकाई (जैसे नगर निगम, राज्य सरकार आदि) को इस प्रकार चलाना कि वह वांछित परिणाम दे। सुशासन के अन्तर्गत बहुत सी चीजें आतीं हैं जिनमें अच्छा बजट, सही प्रबन्धन, कानून का शासन, सदाचार आदि।
साल 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार ने अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती (25 दिसंबर) को सरकार और शासन की जवाबदेही के बारे में लोगों में जागरूकता पैदा करने के मकसद के साथ सुशासन दिवस (Good Governance Day 25th Dec) के रूप में स्थापित किया था। वाजपेयी के जन्मदिन को सुशासन दिवस के रूप में मनाना भारतीयों के लिये एक सम्मान की बात है। सुशासन दिवस की पहली घोषणा भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग की ओर से की गई थी।
10+Best Atal Bihari Vajpayee Quotes
सुशासन दिवस की घोषणा “ई-गवर्नेंस के माध्यम (Good Governance Day Images) से सुशासन के आधार पर की गयी है। ये एक कार्यक्रम है जो सभी सरकारी अधिकारियों को बैठक और संचार के लिये आमंत्रित करके बाद में मुख्य समारोह में शामिल होकर मनाया जाता है। यहां एक दिन की लंबी प्रदर्शनी का आयोजन करके और सरकारी अधिकारियों को भाग लेने के साथ ही ई-गवर्नेंस और प्रदर्शनी के बारे में कुछ सुझाव देने के लिये आमंत्रित करके मनाया जाता है।
Good Governance Day Inspirational Statu: वर्ष 1990 के पश्चात शासन को समावेशी स्वरूप प्रदान करते हुए सुशासन की अवधारणा विकसित हुई। सुशासन का सामान्य अर्थ है बेहतर तरीके से शासन। ऐसा शासन जिसमें गुणवत्ता हो और वह खुद में एक अच्छी मूल्य व्यवस्था को धारण करता हो।
Good Governance Day Inspiring Lines: शासन प्रणाली तो सभी देशों में चल ही रही है, लेकिन वे अपनी प्रकृति में ठीक तरह से जनोन्मुखी या लोकतांत्रिक जीवन शैली से तादात्मय परक नहीं होती। इसी बिन्दु पर शासन से अलग होता है। सुशासन शासन से आगे की चीज है। इससे शासन के तरीके में और अधिक दक्षता का विकास होता है, जिससे उसकी वैधानिकता और साख में बढ़ोत्तरी होती है।
Good Governance Day Messages: इसके आधारभूत तत्वों में राजनीतिक उत्तरदायित्व, स्वतंत्रता की उपलब्धता, कानूनी बाध्यता, सूचना की उपलब्धता, पारदर्शिता, दक्षता, प्रभावकारिता आदि को रखा जाता है।
Good Governance Day Motivational Quotes: सुशासन शब्द का चलन 1990 के दशक में देखा गया। इस दौरान ही इस शब्द का तेजी से चलन बढ़ा। विकास की दिशा में प्रयत्न कर रहीं विश्व की कई संस्थाओं और संयुक्त राष्ट्र ने इस शब्द का प्रयोग किया।
Good Governance Day Quotes: फिर बाद में अन्य देशों की सरकारों ने शासन की गुणवत्ता को सुधारने के लिए इसे अपनाया। भारतीय सन्दर्भ में देखें तो कौटिल्य रचित अर्थशास्त्र’ में कहा गया है कि प्रजा की उन्नति में ही राजा की उन्नति है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने भी अच्छे शासन के रूप में “सुराज” की संकल्पना की है। इसके अलावा भारतीय परम्परा में ‘रामराज’ की कल्पना भी सुशासन को ही इंगित या व्यक्त करती है।
उत्तर प्रदेश में आगरा जनपद के प्राचीन स्थान बटेश्वर के मूल निवासी पण्डित कृष्ण बिहारी वाजपेयी मध्य प्रदेश की ग्वालियर रियासत में अध्यापक थे। वहीं शिन्दे की छावनी में 25 दिसंबर 1924 को अटल बिहारी वाजपेयी जी का जन्म हुआ था।
अटल जी भारत के तीन बार प्रधानमंत्री बने थे। सबसे पहले 16 मई से एक जून 1996 तक। दूसरी बार 1998 में और तीसरी 19 मार्च 1999 से 22 मई 2004 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे। वे हिंदी कवि, पत्रकार व एक प्रखर वक्ता थे। वे भारतीय जनसंघ के संस्थापकों में एक थे, और 1968 से 1973 तक उसके अध्यक्ष भी रहे।
उन्होंने लंबे समय तक राष्ट्रधर्म, पाञ्चजन्य और वीर अर्जुन आदि राष्ट्रीय भावना से ओत-प्रोत अनेक पत्र-पत्रिकाओं का संपादन भी किया। 16 अगस्त 2018 को लंबी बीमारी के बाद अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, दिल्ली में अटल जी ने अंतिम सांस (निधन हो गया) ली । वे जीवनभर भारतीय राजनीति में सक्रिय रहें।
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