संबंधित खबरें
Delhi Railway News: ट्रेन यात्रियों के लिए बड़ी खबर, कोहरे के कारण इतने दिन तक बंद रहेंगी दिल्ली-हरियाणा की 6 ईएमयू ट्रेनें
UP By-Election Results 2024 live: यूपी में 9 सीटों पर उपचुनाव की वोटिंग जारी, नसीम सोलंकी की जीत तय
Bihar Bypolls Result 2024 Live: बिहार की 4 सीटों पर मतगणना शुरू! सुरक्षा पर प्रशासन की कड़ी निगरानी
Maharashtra-Jharkhand Election Result Live: महाराष्ट्र में महायुति तो झारखंड में JMM गठबंधन सरकार बनाने की तरफ अग्रसर, जानें कौन कितने सीट पर आगे
मातम में बदलीं खुशियां, नाचते- नाचते ऐसा क्या हुआ शादी से पहले उठी…
नाइजीरिया में क्यों पीएम मोदी को दी गई 'चाबी'? क्या है इसका महत्व, तस्वीरें हो रही वायरल
इंडिया न्यूज़, नई दिल्ली :
Why Pandit Birju Maharaj was Called Dukh Haran दुनिया में बहुत कम लोग ऐसे होते है जिनके सर से बचपन में ही पिता का साया उठ जाये लेकिन फिर भी हार न मने और नाम रोशन कर जाये कुछ ऐसी ही थे जानी मानी शक्शियत पंडित बिरजू महाराज। उनका जन्म 4 फरवरी 1937 को लखनऊ के प्रसिद्ध कथक नर्तक परिवार में हुआ था। 83 साल की उम्र में भले ही वे इस दुनिया को अलविदा कह गए हों लेकिन उनके गीत और नृत्य आज भी हमारे दिलों में बेस हुए हैं।
पंडित बृजमोहन मिश्रा कहें या पंडित बिरजू महाराज वे दोनों ही नमो से जाने जाते थे । इसके आलावा उनका एक और नाम भी है जिसे शायद ही आप जानते हो, जी हां ऐसा कहा जाता है कि पहले उनका नाम ‘दुखहरण’ रखा गया था, लेकिन बाद में इसको बदल कर ‘बृजमोहन नाथ मिश्रा’ कर दिया गया था। उनका नाम दुखरहण कैसे पड़ा इसके पीछे भी एक रोचक कहानी है। जब 4 फरवरी 1937 में उनका जन्म हुआ तब उस अस्पताल में उनके अलावा ग्यारह लड़कियां पैदा हुई थीं। अस्पताल में उस दिन एक ही लड़का पैदा हुआ था वह और कोई नहीं बल्कि पंडित बिरजू महाराज थे (Story of Pandit Birju Maharaj)
उनके जन्म पर सभी लोगों ने कहा कि ‘दुखहरण’ आ गया। यह हम सबके दुखो को हर लेगा। इसके साथ ही यह भी कहने लगे की कन्हैया ने उनके घर जन्म लिया है इसी कारण उनका नाम बृजमोहन रखा गया। वही कुछ लोग उन्हें लाड प्यार में बिरजू कह कर पुकारने लगे। जब वे आदर सम्मान से सुगंधित हुए तो लोग उन्हें बिरजू महाराज के नाम से पुकारने लगे। (Pandit Birju Maharaj ko kin namo say jana jata tha)
बिरजू महाराज एक कथक नर्तक होने के साथ-साथ एक शास्त्रीय गायक भी थे। वे लखनऊ के कालका बिंदादीन घराने के सदस्य थे। लखनऊ घराने से ताल्लुक रखने वाले बिरजू महाराज एक कथक नर्तक होने के साथ-साथ एक शास्त्रीय गायक भी थे। बिरजू महाराज के पिता और गुरु आचन महाराज, चाचा शंभू महाराज और लच्छू महाराज भी प्रसिद्ध कथक नर्तक थे। (Pandit Birju Maharaj ki Jivni)
Why Pandit Birju Maharaj was Called Dukh Haran
Read Also : Birju Maharaj Death कथक नृत्यांगना प्रेरणा श्रीमाली ने किया शोक व्यक्त
Read Also: Pandit Birju Maharaj महान कथक नर्तक नहीं रहे, पीएम मोदी ने जताया शोक
Read Also: Pandit Birju Maharaj Quotes on Kathak
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.