India News(इंडिया न्यूज),Bihar Politics: बुधवार को बिहार में एक जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जुबान एक बार फिर फिसल गई। वे लोकसभा चुनाव में एनडीए के सीट जीतने के लक्ष्य को भूल गए। इस बार उन्होंने कहा है कि एनडीए का सीट जीतने का लक्ष्य 400 की जगह 4000 है।
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बुधवार को लौकही के धनिकलाल मंडल उच्च विद्यालय पिपरौन में चुनावी सभा (लोकसभा चुनाव 2024) को संबोधित करने आए थे। यहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि आज के कार्यक्रम में भीषण गर्मी के इस दौर में हम झंझारपुर लोकसभा क्षेत्र के प्रत्याशी रामप्रीत मंडल जी के लिए आए हैं।
नीतीश ने जंगलराज की याद दिलाई
उन्होंने कहा कि जब हमने नवंबर 2005 से काम करना शुरू किया और तब से लेकर अब तक पूरे राज्य में हर तरह का काम हुआ है। उससे पहले ये लोग जो भी काम करते थे, चाहे वो कांग्रेस के हों या दूसरे, तो सोचिए लोग शाम को घर से बाहर नहीं निकल पाते थे।
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समझिए कि हिंदू-मुसलमानों के बीच बहुत झगड़े होते थे और स्वास्थ्य व्यवस्था बहुत खराब थी। सिर्फ संभ्रांत लोगों का इलाज होता था। कहीं भी सड़कें नहीं थीं। स्थिति खराब थी, बिजली बहुत कम मिलती थी। जब हमें काम करने का मौका मिला तो हमने हर चीज पर काम किया। लड़कियों और लड़कों की शिक्षा के लिए हर तरह से काम किया।
स्वास्थ्य के क्षेत्र में हर तरह की व्यवस्था की गई, ताकि लोगों को बेहतर स्वास्थ्य लाभ मिल सके। इन लोगों ने कोई काम नहीं किया और भाषण देते रहते हैं, बीच में हमने उन्हें कुछ दिनों के लिए ले लिया था।
राजद पर निशाना
अपने संबोधन के दौरान नीतीश कुमार ने अप्रत्यक्ष रूप से राजद और तेजस्वी यादव पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि वे अपने भाषण में एक ही बात कहते रहते हैं कि हमने किया।
उन्होंने किसी का नाम लिए बिना कहा कि ये लोग सिर्फ अपनी पत्नी, बेटे, बेटियों और परिवार के लिए ऐसा कर रहे हैं। हमारा न कोई बेटा है, न कोई बेटी, पूरा बिहार हमारे लिए है। पंचायत चुनाव में हमने पंचायतों में भी महिलाओं के लिए 50 प्रतिशत आरक्षण किया। अब हर जगह महिलाएं नजर आती हैं।
पहले लड़कियां पढ़ती नहीं थीं, फिर हमने साइकिल और पोशाक योजना शुरू की। हमने इंटरमीडिएट पास करने पर 25 हजार रुपये, ग्रेजुएशन पास करने पर 50 हजार रुपये की राशि लागू की। प्रजनन दर का जिक्र करना नहीं भूले उन्होंने पूछा कि 2005 में प्रजनन दर क्या थी? दर 4.3 प्रतिशत थी। जब से लड़कियों ने पढ़ना शुरू किया, प्रजनन दर में भी कमी आई और अब यह 2.9 प्रतिशत हो गई है। हमने मुसलमानों के लिए कब्रिस्तानों की घेराबंदी शुरू की। मदरसों को भी सरकारी मान्यता दी गई। हमने सभी क्षेत्रों में काम किया। इस दौरान बोलते हुए नीतीश कुमार की जुबान एक बार फिर फिसल गई।
उन्होंने आगे कहा कि एनडीए को 4000 सीटें जीतनी हैं। आपको बता दें कि एनडीए ने 400 से ज्यादा सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है। हालांकि गलती का एहसास होने के बाद सीएम नीतीश कुमार ने इसमें सुधार भी किया। उन्होंने अपने बयान को दोहराते हुए कहा कि इस बार 400 से ज्यादा सीटें जीती जाएंगी।