India News (इंडिया न्यूज़),Bihar Politics: लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण की वोटिंग के बीच पीएम मोदी ने बिहार के अररिया में चुनावी रैली को संबोधित किया। हालांकि, मंच पर उनके साथ बिहार के सीएम नीतीश कुमार नजर नहीं आए। इसे लेकर कांग्रेस ने बीजेपी और पीएम मोदी पर हमला बोला है। कांग्रेस ने दावा किया है कि पीएम मोदी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ साझेदारी करने से कतरा रहे हैं। साथ ही पूछा, क्या पीएम ने बिहार के सीएम से दूरी बना ली है या नीतीश एक बार फिर से पलटी मारने वाले हैं?

कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि आज अररिया में प्रधानमंत्री की रैली में बीजेपी के पुराने और नए सहयोगी नीतीश कुमार नजर नहीं आए। वह 16 अप्रैल को गये थे और पूर्णिया में प्रधानमंत्री की दोनों रैलियों में भी मौजूद नहीं थे। पिछले साल जब नीतीश सरकार ने कांग्रेस और राजद के अनुरोध पर बिहार का जाति आधारित सर्वेक्षण डेटा जारी किया था, तो पीएम ने उस पर देश को जाति के नाम पर बांटने का आरोप लगाया था।

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‘क्या नीतीश कुमार फिर से वापसी करने जा रहे हैं?’

कांग्रेस नेता ने पूछा, क्या पीएम अपने ही गठबंधन के नेता और बिहार के मुख्यमंत्री के साथ आने से कतरा रहे हैं, ताकि वह खुद को जाति के मुद्दों से दूर रख सकें? क्या नीतीश कुमार फिर से वापसी करने जा रहे हैं? जयराम रमेश ने कहा कि बिहार के युवाओं ने लगातार मोदी सरकार की दुर्भावनापूर्ण अग्निपथ योजना का विरोध किया है।

‘सेना में 4 साल बिताने के बाद कहां जाएंगे युवा?’

कांग्रेस नेता ने पूछा, सेना में चार साल बिताने के बाद युवा अग्निवीर कहां जाएंगे? बीजेपी के कारण बेरोजगारी से जूझ रहे युवाओं के पास क्या विकल्प हैं? क्या प्रधानमंत्री भारी विरोध के बावजूद इस योजना को लागू रखना चाहते हैं? बिहार एक ऐसा राज्य है जो बेरोजगारी से जूझ रहा है। यहां हजारों परिवारों के लिए मनरेगा जीवनरेखा है। फिर भी जब बिहार में बीजेपी सत्ता में होती है तो यह महत्वपूर्ण योजना लड़खड़ाने लगती है।

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