India News (इंडिया न्यूज़),Lok Sabha Election: देश लोकसभा चुनाव के मुहाने पर खड़ा है। चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है। पहले चरण का चुनाव 19 अप्रैल को होना है, ऐसे में पार्टियों के पास बहुत कम समय बचा है, इसलिए लगभग हर दिन उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया जा रहा है।
इस बीच बीजेपी ने आज अपनी पांचवीं लिस्ट जारी कर दी है। इस सूची में 111 उम्मीदवारों के नाम हैं। इन नामों के बीच इस लिस्ट में दो सबसे बड़े नाम उभरकर सामने आए हैं। पहला नाम है एक्ट्रेस कंगना रनौत का और दूसरा नाम है श्री राम के नाम से मशहूर एक्टर अरुण गोविल का। धारावाहिक ‘रामायण’ में राम की भूमिका निभाने वाले अभिनेता अरुण गोविल को मेरठ लोकसभा सीट से टिकट दिया गया है। वर्तमान में राजेंद्र अग्रवाल यहां से सांसद हैं। ऐसे में आइए एक नजर डालते हैं अरुण गोविल के अब तक के सफर पर।
कभी भी एक्टर नहीं बनना चाहते थे अरुण
आपको जानकर हैरानी होगी कि टीवी सीरियल रामायण में श्री राम के किरदार से घर-घर में पहचाने जाने वाले अरुण असल में कभी एक्टर नहीं बनना चाहते थे। उनका सपना एक बिजनेसमैन बनने का था। लेकिन उनका सफर काफी खास रहा है। गोविल का जन्म 12 जनवरी 1958 को यूपी के मेरठ में हुआ था। अरुण जहां बिजनेस शुरू करना चाहते थे, वहीं उनके पिता का सपना था कि वह एक सरकारी अधिकारी बनें और बनें भी क्यों नहीं। वह स्वयं मेरठ में जल अभियांत्रिकी इंजीनियर के पद पर कार्यरत थे। पिता चाहते थे कि जैसे उन्हें सरकारी आवास और सम्मान मिल रहा है, वैसे ही उनका बेटा भी उनके नक्शेकदम पर चले। शिक्षा की बात करें तो उन्होंने सरस्वती शिशु मंदिर, पूर्वा महावीर मेरठ और राजकीय इंटर कॉलेज से पढ़ाई की।
‘पहेली’ से मिला पहला ब्रेक
अरुण गोविल मूलतः बुलन्दशहर के रहने वाले थे, बाद में उनके पिता मेरठ में बस गये। जब वह मेरठ यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे थे तो उन्होंने कुछ नाटकों में काम किया। कहा जा सकता है कि उनके अंदर के अभिनेता को उनकी मंजिल नजर आ गई थी। लेकिन अरुण बिजनेस का सपना लेकर सपनों की नगरी मुंबई आए थे। दुनिया भले ही उन्हें श्री राम के किरदार की वजह से जानती हो, लेकिन उन्हें पहला ब्रेक साल 1977 में ताराचंद बडज़ात्या की फिल्म ‘पहेली’ से मिला। तभी से मानो अरुण ने आगे बढ़ने की कसम खा ली हो।
लोग चप्पल उतारकर देखते थे रामायण
साल 1987 में अरुण ने ‘रामायण’ में भगवान राम का किरदार निभाया था। इस रोल से वह इतने पॉपुलर हो गए कि आज भी लोग उन्हें टीवी का राम कहकर बुलाते हैं। ये वो दौर था जब अरुण टीवी पर आते थे और लोग चप्पल उतारकर टीवी देखते थे। साथ ही वह जब भी कहीं जाते थे तो लोग उनके पैर छूने लगते थे। हालात ऐसे हो गए कि लोग उनकी पूजा तक करने लगे। बहुत कम लोग जानते हैं कि रामानंद सागर ने सबसे पहले अरुण गोविल को सीरियल ‘विक्रम और बेताल’ में राजा विक्रमादित्य का रोल दिया था। इसकी सफलता के बाद ही गोविल भी रामायण का हिस्सा बने। निजी जिंदगी की बात करें तो अरुण अपने पिता की आठ संतानों में चौथे नंबर पर आते हैं। उनकी पत्नी का नाम श्रीलेखा गोविल है और अरुण और श्रीलेखा के दो बच्चे हैं जिनमें बेटे का नाम अमल और बेटी का नाम सोनिका गोविल है।
यह भी पढ़ेंः-
New York: पेंसिल्वेनिया कार दुर्घटना में भारतीय छात्र की मौत, वाणिज्य दूतावास कर रहा मदद