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संगम तट छोड़कर जाने वाली हर्षा रिछारिया को अब फिर किसने किया बेज्जत, रोती बिलकती बोली- "शर्म आनी चाहिए कि एक लड़की जो"?
India News (इंडिया न्यूज), Maha Kumbh 2025: यूपी के प्रयागराज महाकुंभ में भगवा वस्त्र पहनकर चर्चा में आईं पूर्व मॉडल और एंकर हर्षा रिछारिया अब विवादों में घिर गई हैं। प्रयागराज महाकुंभ के पहले अमृत स्नान में उनके शामिल होने और महामंडलेश्वर के शाही रथ पर बैठने को लेकर विवाद शुरू हो गया है। भोपाल में रहने वाले हर्षा रिछारिया के माता-पिता ने तमाम विवादों पर अपनी बात रखी है। हर्षा रिछारिया के माता-पिता दिनेश और किरण रिछारिया भोपाल में रहते हैं।
हर्षा को लेकर चल रहे विवाद से परिवार दुखी है। हर्षा के पिता ने हर्षा के अखाड़े छोड़कर टेंट में जाने को लेकर कहा कि हमारे बड़े संत, जिन्हें हम भगवान की तरह पूजते हैं, चाहे वो शंकराचार्य हों या पीठाधीश्वर, उनसे हमारा निवेदन है कि हर्षा आपकी बेटी है। वो शिष्या है, उसे अपना आशीर्वाद दें, द्वेष भावना से उसके खिलाफ कोई कार्रवाई न करें।
उन्होंने कहा, ‘हम उस पर डाले गए दबाव से बहुत दुखी हैं और उसे कल एकांत कारावास में रखा गया। हम वहां पहुंचकर हर्षा से बात करने की कोशिश कर रहे हैं। हर्षा के पिता ने कहा, ‘हर्षा ने सनातन के अनुसार गुरु दीक्षा ली है। उसने संन्यास नहीं लिया है, उस पर साध्वी का टैग लगाया जाना गलत है।
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हर्षा की मां ने कहा कि हर्षा ने कभी अपने बारे में कोई सच नहीं छिपाया। उसने पहले ही खुद को बताया था कि वह एक एंकर है, अगर वह चाहती तो सोशल मीडिया से उन तस्वीरों को खुद ही डिलीट कर सकती थी, लेकिन उसने ऐसा नहीं किया। उन्होंने कहा, ‘मैं हर्षा से कहना चाहती हूं कि उद्देश्य पर केंद्रित रहो, सनातन के मार्ग पर आगे बढ़ो, लोग क्या कह रहे हैं, उससे विचलित होने की जरूरत नहीं है।’
हर्षा के पिता ने बताया कि हर्षा का झुकाव 10, 11 साल की उम्र से ही आध्यात्म की ओर रहा है। उन्होंने कहा, हर्षा कभी भी भगवान शिव की पूजा किए बिना स्कूल या कॉलेज नहीं गई। उन्होंने बताया कि हर्ष ने 12 ज्योतिर्लिंगों की यात्रा की है।
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