संबंधित खबरें
'महाकुंभ का महामंच' से स्वामी बालकानंद गिरी महाराज का सनातन धर्म पर बड़ा बयान, बोले- PM मोदी और CM योगी दोनों ही…
CM योगी ने नारी शक्ति को आगे रखा है…'महाकुंभ का महामंच' से मंजू गिरी का बयान
धर्म ने वैज्ञानिक शोधों को स्वीकार किया है…'महाकुंभ का महामंच' से स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती का बयान
महाकुंभ के महामंच में आवाहन अखाड़े के अरुण गिरि जी महाराज ने सनातन और विपक्ष को लेकर कही बड़ी बात, बोले- 'विपक्ष पार्टी के 80% मतदाता…'
जैसे अग्नि राख से ढकी रहती है वैसे…'महाकुंभ का महामंच' से स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती का बयान
“महाकुंभ का महामंच” कार्यक्रम में साक्षी महाराज ने की शिरकत, जानिए क्या कुछ कहा?
India News (इंडिया न्यूज़),Maha Kumbh ka Maha Manch 2025: प्रयागराज में महाकुंभ 2025 के अंतर्गत आयोजित “महाकुंभ का महामंच” का शुभारंभ हुआ, जिसमें देश के प्रमुख संतों और आचार्यों ने भाग लिया। कार्यक्रम का आरंभ भारतीय परंपराओं के अनुसार दीप प्रज्वलन से किया गया। इस मौके पर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी विवेकानंद सरस्वती महाराज, विश्वात्मा नंद सरस्वती, रवींद्र पुरी महाराज और साक्षी महाराज सहित कई बड़े संत उपस्थित रहे।
मंच पर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी विवेकानंद सरस्वती महाराज का शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया गया। इंडिया न्यूज के एडिटर-इन-चीफ राणा यशवंत ने शंखदान करते हुए उनका अभिनंदन किया। स्वामी विवेकानंद सरस्वती ने गंगा स्नान के महत्व को बताते हुए कहा कि यह 144 वर्षों बाद आया दुर्लभ अवसर है और इसे आध्यात्मिक आशीर्वाद माना जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि गंगा स्नान ने उनके जीवन को सार्थक बना दिया है।
भोजपुरी की प्रसिद्ध गायिका कल्पना पटवारी ने इस कार्यक्रम में भाग लेते हुए गंगा मईया के प्रति अपने गहरे भाव व्यक्त किए। उन्होंने गंगा से क्षमा मांगते हुए कहा कि जीवनभर व्यस्तता में कई पूजा-पाठ और व्रत करने से चूक गईं, लेकिन अब उन्हें मां गंगा की शरण में स्थान चाहिए।
कल्पना ने गंगा मईया पर कई गीत प्रस्तुत किए, जिनमें “बम बम बोल रहा है काशी” प्रमुख रहा। उन्होंने गंगा स्नान को अपने जीवन का सबसे बड़ा आशीर्वाद बताते हुए कहा कि यह उनके लिए आध्यात्मिक यात्रा का केंद्र बिंदु बन गया है। साथ ही, उन्होंने काशी में भिखारी ठाकुर की रचनाओं को गाने का अनुभव साझा किया। भिखारी ठाकुर को भोजपुरी का शेक्सपियर माना जाता है।
महाकुंभ के इस कार्यक्रम में श्रद्धालुओं और संतों ने गंगा मईया के प्रति अपनी श्रद्धा प्रकट करते हुए इसे जीवन का आध्यात्मिक मार्ग बताया। “महाकुंभ का महामंच” ने एक बार फिर भारतीय संस्कृति और अध्यात्म का व्यापक संदेश दिया।
कल्पना पटवारी असम की एक भारतीय पार्श्व गायिका और लोक गायिका हैं। उन्होंने कई भारतीय भाषाओं में गाने और लोक संगीत रिकॉर्ड किए हैं , जिनमें भोजपुरी संगीत प्रमुख शैली है। कल्पना पटवारी ने 4 साल की उम्र में अपने करियर की शुरुआत की और उन्होंने लखनऊ के भातखंडे संगीत विश्वविद्यालय में हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत में संगीत बिशारद के लिए दीपेन रॉय और शिखा दत्ता से आगे की शिक्षा प्राप्त की।
“महाकुंभ का महामंच” में पहुंचे अटल अखाड़ा के प्रमुख आचार्य, जानिए क्या कुछ कहा?
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.