इंडिया न्यूज़, मुंबई:
Lata Mangeshkar : लता मंगेशकर भारत की उन नामचीन हस्तियों में से हैं जिन्होंने अपने हुनर से पूरी दुनिया को अपना दीवाना बनाया ही और साथ ही साथ उनके जीवन यात्रा ने सभी को चौंकाया भी। लता की गायकी को एक चमत्कार की तरह देखा जाता रहा है। उनकी गायकी में वो आकर्षण था जो सदियों में एक बार ही किसी को प्राप्त होता है। इसी हुनर ने लता को सबसे अलग और सबसे खास बनाया। उनके जीवन से जुड़ी कई ऐसी कहानियां है जिसे कभी ना जाना गया ना ही सुना गया। आज लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) से जुड़े उन किस्सों को आपके बीच लेकर आएं हैं जो अनकहे और अनसुने हैं।
लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) का जीवन संघर्षों से भरा हुआ था उनका बचपन अभावों में गुजरा। उनके सर से मात्र 13 साल की उम्र में पिता का साया उठ गया था। ये वो समय था जब लता के ऊपर परिवार की जिम्मेदारी आ गई थी जिसके बाद उन्होंने अपनी विधवा मां के साथ 3 बहनें और भाइयों के लिए काम की शुरुआत की। उन्होंने गायकी (singing) को ही अपने जीवान-यापन का जरिया बनाया।
लता ने मात्र 5 साल की उम्र से गायकी शुरू कर दी थी लेकिन घर पर कम उम्र में ही जिम्मेदारियों का बोझ पड़ने पर उन्होंने इसे प्रोफेशन बना लिया। उन्होंने गायकी की शुरुआत (beginning of singing) मराठी फिल्म में गाना गाकर किया था। उनका पहला गाना मराठी फिल्म ‘किती हसाल’ का ‘नाचू या गड़े’ था इस गाने को संगीत दिया था सदाशिवराव ने दिया था। उनका पहला गाना ही फिल्म में नहीं चुना गया लेकिन इसके बाद भी उन्होंने मराठी फिल्मों में गाना जारी रखा।
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लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) ने अपने शुरुआती दिनों में अभिनय भी किया था। उन्होंने अपने पिता के मित्र मास्टर विनायक की फिल्म ‘पहली मंगलागौर’ (‘First Mangalore’) में अभिनय किया था। इसके बाद ही लता को पहला हिंदी गाना गाने का मौका मिला। इस गाने का नाम था ‘माता एक सपूत की’ (‘Mother of a son’)। इसके बाद भी लता का संघर्ष जारी रहा। उन्होंने काम की तलाश जारी रखी जब तक उन्हें ढ़ंग का काम नहीं मिल गया।
लता की प्रतिभा को सबसे पहले जाना था उस वक़्त के प्रसिद्ध संगीतकार मास्टर गुलाम हैदर (Master Ghulam Haider) ने। उन्होंने लता की आवाज सुनी थी और उन्हें इंडस्ट्री में लोगों तक पहुंचाने की कोशिश भी की। उस वक़्त लता बहुत कमजोर थीं। वो दौर ऐसा था जब लता की आर्थिक स्थिति बदहाल थी।
मास्टर गुलाम हैदर और लता से जुड़ा एक किस्सा बहुत चर्चित था। फिल्ममेकर शशधर मलिक एक ‘शहीद’ नाम की फिल्म बना रहे थे जिसमें गुलाम हैदर संगीत दे रहे थे लेकिन जब उन्होंने लता की आवाज शशधर को सुनाई तब उन्होंने उनकी आवाज को बहुत पतला बताकर रिजेक्ट कर दिया था। इसके बाद मास्टर गुलाम (Master Gulab) को ये बात चुभ गई और उन्होंने लता को स्टार बनाने की ठान ली।
इस घटना के बाद वो दिन जल्दी ही आया। साल 1948 में लता को फिल्म ‘मजबूर’ (‘Majboor’) में मास्टर गुलाम हैदर में एक गाना गवाया, गाने के बोल थे ‘दिल मेरा तोड़ा’। इसके बाद लता की किस्मत बदल गई। इस फिल्म के साथ-साथ इस फिल्म गीत और संगीत दोनों हिट हो गया। इसके बाद लता इंडस्ट्री (Endustry) की एक जानी मानी हस्ती (Celebrity) बन गईं।
लता मंगेशकर ने एक इंटरव्यू के दौरान बड़ी दिलचस्प बात साझा की थी। उन्होंने बताया था कि उनके पिता दीनानाथ मंगेशकर को बहुत समय तक पता ही नहीं था कि वो गाना गाती हैं। उन्होंने यहां तक कहा था, “पिताजी जिंदा होते तो मैं शायद सिंगर नहीं होती।” गाना गाने पर कई बार उनकी मां से भी उन्हें डांट मिली थी।
Vowel Nightingale लता मंगेशकर की शादी से जुड़ा सवाल हमेशा उठता रहा कि आखिर उन्होंने शादी क्यों नहीं की। इस बात पर लता ने एक इंटरव्यू के दौरान अपनी शादी ना करने की वजह बताई थी। उन्होंने कहा था कि बहुत कम उम्र में उनपर जिम्मेदारी आ गई थी। मेरे पास बहुत सारा काम था। सोचा था सबको सेटल करके शादी-परिवार बसाउंगी लेकिन फिर बहन की शादी हो गई और उनके बच्चे संभालने लगी।
लता मंगेशकर और किशोर कुमार (Lata Mangeshkar and Kishore Kumar) की जोड़ी ने बहुत से हिट गाने दिए हैं। उनकी दोस्ती के किस्से भी बहुत मशहूर हैं। किशोर कुमार की लता मंगेशकर से खूब बनती थी लेकिन इसके बावजूद लता ने एक दिन किशोर कुमार के साथ गाने से मना कर दिया था। इसके पीछे की कहानी ये थी कि किशोर जब भी आते थे तो लता को खूब जोक्स (jokes) सुनाते थे जिसे सुनकर वो लगातार हंसती थी और उनकी आवाज गड़बड़ हो जाती थी। इसी वजह से उन्होंने किशोर कुमार के साथ गाने से मना कर दिया था।
ऐसा ही एक किस्सा लता मंगेशकर का मोहम्मद रफी (Mohammad Rafi) के साथ था। मीडिया रिपोर्ट्स की खबरों के अनुसार दोनों में किसी बात को लेकर लगभग चार साल तक अनबन थी। इस बीच लता ने उनके साथ गाना गाने सभी मना कर दिया था। दोनों ने एक साथ कई सदाबहार गाने दिए हैं लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स में इस अनबन की वजह गाने के लिए मिलने वाली रॉयल्टी को बताया गया जिसपर दोनों के अलग-अलग विचार थे। हालांकि बाद में फिर दोनों की बातचीत शुरू हुई और दोनों ने फिर एक साथ काम करना शुरू कर दिया।
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