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इंडिया न्यूज, न्यूयार्क:
BIG Achievement पश्चिम बंगाल की दुगार्पूजा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है। दुर्गा पूजा को सांस्कृतिक विरासत का दर्जा दिया गया है जिस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ही बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने खुशी जताई है। बता दें कि संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन (UNESCO) ने कल बंगाल की दुगार्पूजा को सांस्कृतिक विरासत का दर्जा देने का ऐलान किया।
पीएम मोदी ने कहा कि बंगाल की दुगार्पूजा को यूनेस्को द्वारा सांस्कृतिक विरासत का दर्जा दिया जाना हमारे देशवासियों के लिए गर्व की बात है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि यह हर बंगाली के लिए गर्व का पल है। उन्होंने कहा, दुर्गा पूजा हमारे लिए भावना है और यह पूजा से बढ़कर है।
UNESCO ने कहा, यूनेस्को ने लिखा कि दुर्गा पूजा के दौरान, वर्ग, धर्म व जातीयता के विभाजन सहित सारी चीजें टूट जाती हैं। दुर्गा पूजा को धर्म व कला के पब्लिक परफॉर्मेंस के सबसे अच्छे उदाहरण के साथ-साथ सहयोगी कलाकारों और डिजाइनरों के लिए एक बड़े मौके के रूप में देखा जाता है।
इस वैश्विक संस्था ने यह भी कहा कि हम भारत और भारत के लोगों को बधाई देते हैं और उम्मीद करते हैं कि दुर्गा पूजा को इंसािनयत की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की लिस्ट में शामिल किए जाने के बाद स्थानीय लोग इसे लेकर और ज्यादा उत्साहित होंगे।
गौरतलब है कि इस सूची में वर्ष 2016 में नवरोज और योग को भी शामिल किया गया था। इसके अलावा वर्ष 2008 में रामलीला और 2017 में कुंभ मेले को भी इस सूची में महत्वपूर्ण जगह मिली थी। यूनेस्को ने कहा कि सांस्कृतिक विरासत न केवल निशानियों और वस्तुओं का संकलन है, बल्कि इसमें परंपराएं और हमारे पूर्वजों की भावनाएं भी शामिल हैं, जो आने वाली पीढ़ियों को मिलती हैं।
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