-9 से 14 दिसंबर तक होंगे मुख्य कार्यक्रम
-देश भर से 3700 आर्टिस्ट करेंगे शिरकत
-कई केंद्रीय मंत्री भी महोत्सव में पहुंचेंगे
इंडिया न्यूज, चंडीगढ़:
International Gita Jayanti Festival अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव इस बार दो दिसंबर से शुरू होकर 19 दिसंबर तक चलेगा। हरियाणा के मुख्यमंत्री Manohar Lal ने आज कुरुक्षेत्र के ब्रह्मसरोवर पर स्थित पुरुषोतमपुरा बाग में प्रेसवार्ता के दौरान यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मुख्य कार्यक्रम 9 दिसंबर से 14 दिसंबर तक होंगे और इसमें देश भर से 3700 आर्टिस्ट शिरकत करेंगे। कई केंद्रीय मंत्री भी कार्यक्रम में शामिल होंगे।
मनोहर लाल ने कहा कि Shrimad Bhagavad Gita जीवन का सार है और यह देश व प्रदेशवासियों के लिए बड़े सौभाग्य की बात है कि इस बार गीता जयंती के दिन इस उपदेश को पांच हजार 158 वर्ष हो जाएंगे। गीता हर व्यक्ति के जीवन के लिए कुछ न कुछ सिखाती है, चाहे वह विद्यार्थी हो, सैनिक हो, अध्यापक हो या फिर राजनीतिज्ञ हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव में सरकार तो योगदान कर ही रही है लेकिन सामाजिक संस्थाएं भी सहयोग कर रही हैं। उन्होंने भविष्य में अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव समिति बनाने पर विचार करने को कहा।
सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन के बाद हरियाणा सरकार गीता जयंती महोत्सव को वर्ष 2016 से राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मना रही है। उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र की 48 कोस भूमि में अभी तक 134 तीर्थ स्थान थे, कुछ तीर्थ स्थान छूट गए थे, इस बार इसमें 30 और तीर्थों को जोड़ा गया है, जिसके बाद कुल तीर्थों की संख्या 164 हो जाएगी।
सीएम मनोहर लाल ने कहा कि गीतास्थली ज्योतिसर में 2 एकड़ भूमि पर 205 करोड़ रुपए की लागत से महाभारत थीम पर भवन का निर्माण किया जाएगा। इस भवन में मल्टीमीडिया प्रणाली से Shrimad Bhagavad Gita, सरस्वती नदी और वैदिक सभ्यता को दर्शाया जाएगा। उन्होंने कहा कि 2 दिसंबर को शिल्प एवं सरस मेला शुरू होगा, जिसमें करीब 350 ख्याति प्राप्त कलाकार एवं शिल्पकार पहुंचेंगे। यह 19 दिसबंर तक चलेगा। मुख्य कार्यक्त्रम का शुभारंभ 9 दिसंबर को ब्रह्मसरोवर पर गीता यज्ञ एवं पूजन से होगा। ब्रह्मसरोवर के पावन तट पर भव्य गीता महाआरती का आयोजन किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि Shrimad Bhagavad Gita, देश की आजादी के लिए शहीद होने वाले स्वतंत्रता सेनानियों के लिए भी प्रेरणास्त्रोत रही है। इसके चलते इस बार आजादी के अमृत महोत्सव पर आधारित भव्य सांस्कृतिक कार्यक्त्रम होंगे। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय गीता संगोष्ठी आयोजित की जाएगी। पवित्र ग्रंथ गीता की स्वाधीनता आंदोलन में भूमिका विषय पर संगोष्ठी में आनलाइन देश और विदेश से शोधपत्र प्रस्तुत किए जाएंगे। आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर 75 स्वतंत्रता सेनानियों एवं उनके परिवारों को सम्मानित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 12 दिसंबर को महोत्सव के दौरान संत सम्मेलन भी आयोजित किया जाएगा। इसमें साधु संत गीता और अध्यात्म विषय पर चर्चा करेंगे और अपने विचार रखेंगे। इसके साथ साथ 13 दिसंबर को हरियाणा के अनेक कॉलेजों में गीता संसद का आयोजन किया जाएगा। 14 दिसंबर को 48 कोस कुरुक्षेत्र के 75 तीर्थों पर सांस्कृतिक कार्यक्त्रम आयोजित किए जाएंगे। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि 14 दिसंबर को ब्रह्मसरोवर पर 1100 विद्यार्थी वैश्विक गीता पाठ करेंगे जबकि देश और विदेश से 55 हजार विद्यार्थी आनलाईन गीता पाठ में हिस्सा लेंगे। इसके साथ-साथ 75 ख्याति प्राप्त मूर्तिकार महाभारत एवं गीता विषय पर आधारित मूर्तियों का निर्माण करेंगे।
सीएम मनोहर लाल ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव 2021 के आगाज से पहले ही अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन सहित 25 से ज्यादा देशों के 3 लाख 50 हजार लोग सोशल मीडिया के जरिए महोत्सव के साथ जुड़े हैं। इस महोत्सव की वेबसाइट के पेज पर 38 लाख हिट्स मिले हैं। देश और विदेश से लोग इसके माध्यम से भी गीता जयंती महोत्सव से जुड़ सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि गीता महोत्सव 2021 पर 21 नवंबर को आनलाईन प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन शुरू हुआ। इसमें अमेरिका, कनाडा, कुवैत से लोगों ने अपना पंजीकरण करवाया है। मनोहर लाल ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव 2021 के दौरान पुस्तक मेला भी लगेगा।
ब्रह्मसरोवर पर हरियाणा पैवेलियन भी बनाया जाएगा, जिसमें हरियाणा के खान-पान, यहां की संस्कृति देखने को मिलेगी। ब्रह्मसरोवर पर शिल्पकारों को करीब 800 दुकानें दी गई हैं। इस बार कोविड के चलते एक दुकान खाली छोड़कर अगली दुकान दी गई है।मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि कुरुक्षेत्र के चारों तरफ के रास्तों पर स्वागत द्वार बनाए जाएंगे। ब्रह्मसरोवर के निकट मेला क्षेत्र में तीर्थ यात्रियों के लिए आवश्यक सुविधाएं जुटाई जाएंगी।
गीता जन्म स्थली ज्योतिसर में 1363 लाख की लागत से भगवान श्रीकृष्ण के विराट रूप की 40 फुट ऊंची प्रतिमा स्थापित की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कुरुक्षेत्र के विकास में प्रदेश सरकार के साथ-साथ केंद्र सरकार भी सहयोग कर रही है। पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार की स्वदेश दर्शन योजना के विकास के लिए कुरुक्षेत्र को कृष्णा सर्किट में शामिल किया गया है। कुरुक्षेत्र के तीर्थों का विकास करने के लिए सरकार की तरफ से 9734.70 लाख रुपये की राशि जारी की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कुरुक्षेत्र के रेलवे स्टेशन को भी रिनोवेट किया जा रहा है। यहां से मथुरा और हरिद्वार के लिए ट्रेन चलाए जाने को लेकर प्रयास किए जा रहे हैं।
(International Gita Jayanti Festival)
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