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इंडिया न्यूज़ नई दिल्ली, (Monsoon Update): मानसून की रफ्तार थमने से पहले बिहार और उत्तर प्रदेश के सूखाग्रस्त इलाकों में भारी बारिश होने का अनुमान है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने ताजा भविष्यवाणी में साफ किया है कि समय से पहले मानसून की वापसी के फिलहाल कोई संकेत नहीं हैं। विभाग ने कहा है कि आने वाले दिनों में उन राज्यों में भी भारी बारिश हो सकती है, जहां अभी तक मानसून कमजोर है।
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आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा के अनुसार बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती परिस्थितियों के निर्माण के संकेत मिल रहे हैं और इस वजह से आसपास के राज्यों में बारिश होने के आसार हैं। गौरतलब है महापात्रा ने पिछले सप्ताह दक्षिण-पश्चिम मानसून की जल्द वापसी की भविष्यवाणी की थी। इस अनुमान को खारिज करते हुए उन्होंने कहा है कि मानसून की वापसी से पहले हो सकता है कि बिहार के उत्तरी इलाकों व पश्चिमी उत्तर प्रदेश में इतनी बारिश हो जाए जो सारी कमी को पूरा कर दे।
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महापात्रा ने बताया कि पश्चिमी-मध्य और उससे सटे उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी पर साइक्लोनिक सकुर्लेशन की परिस्थितियों बनने का अनुमान है और इस कारण सात सितंबर के आसपास से मानसून ट्रफ दक्षिण की ओर स्थानांतरित हो जाएगी। नतीजतन मध्य व उत्तरी प्रायद्वीपीय भारत में बारिश की की गतिविधियां बढ़ेंगी। आईएमडी महानिदेशक ने कहा कि इस वजह से मानसून की जल्द वापसी के लिए परिस्थितियां अनुकूल नहीं हैं। उन्होंने कहा है कि विभाग मानसून की गतिविधियों पर लगातार अपनी निगरानी बनाए रखेगा।
आर्ईएमडी का कहना है कि इस महीने सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है। ज्यादातर हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य अथवा सामान्य से कम रह सकता है। पूर्व और उत्तर पूर्व के कुछ हिस्सों, मध्य भारत और उत्तर पश्चिम भारत के कुछ क्षेत्रों में अधिकतम तापमान सामान्य से ज्यादा रह सकता है। मौसम विभाग ने बताया है कि वर्तमान में भूमध्यरेखीय प्रशांत क्षेत्र में ला नीना की स्थिति बनी हुई है।
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