संबंधित खबरें
‘केंद्रीय अर्धसैनिक बल, CISF और पुलिस के जवान पैसे लेते हैं तो…’ रिश्वत लेने वालों पर CM Mamata ने ये क्या कह दिया?
चलती बस से कूदी लड़की, बस में फैली यौन शोषण की…महिला के मेडिकल से हुआ बड़ा खुलासा
UP के इन 5 जगहों में नहीं लगेगा कोई फोन कॉल, CM Yogi के इस फैसले से ‘खास समुदाय’ की हो गई खटिया खड़ी
यूपी में भेड़िया के बाद बाघ का आतंक! हमले में किसान को उतारा मौत के घाट
पहले फाड़े कपड़े, तोड़ दिए दांत और आंखे, फिर मार-मार कर किया अधमरा, महिला के साथ बदमाशों ने की सारे हदें पार
CM Yogi का बड़ा तोहफा, Vikrant Massey की The Sabarmati Report को किया टैक्स फ्री
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली, (NIA On PFI Raid) : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) आज फिर कई राज्यों में पॉपुलर फ्रंट आफ इंडिया (पीएफआई) के ठिकानों पर रेड कर रही है। बता दें कि पीएफआई पर आतंकी फंडिंग के आरोप हैं और इससे पहले भी केंद्रीय जांच एजेंसी मामले में इस संगठन पर कई जगह छापे की कार्रवाई की जा चुकी है।
एनआईए के अनुसार उत्तर प्रदेश और असम सहित देश के आठ राज्यों में आज पीएफआई के 200 ठिकानों पर दबिश दी जा रही है। इस दौरान अब तक करीब 170 सदस्यों को हिरासत में लिया जा चुका है। इनमें से चार सदस्य असम में पकड़े गए हैं। असम के एडीजीपी (स्पेशल ब्रांच) हीरेन नाथ के अनुसार नगरबेरा जिले में कई जगह छापेमारी चल रही है और इस दौरान इलाके से चार आरोपियों को हिरासत में लिया गया है।
उत्तर प्रदेश के मेरठ व बुलंदशहर में टेरर फंडिंग के आरोपों को लेकर एनआईए की टीमें छापामारी कर रही हैं। एनआईए सूत्रों का कहना है कि इस राज्य से भी कई सदस्य हिरासत में लिए गए हैं। उधर कर्नाटक में भी एनआईए की टीमें छापे के लिए पहुंची हैं। इस राज्य के मंगलुरु में दबिश दी जा रही है। पुलिस के अनुसार यहां से भी पीएफआई के कई सदस्यों को हिरासत में लिया गया है।
एनआईए और प्रवर्तन निदेशालय ईडी ने पिछले सप्ताह 22 सितंबर को देश के 15 राज्यों में 93 जगह पीएफआई के ठिकानों पर दबिश देकर इसके पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं समेत 106 सदस्यों को गिरफ्तार किया था। इनमें इलामरम, सीपी मोहम्मद बसीर, पीएफआई के अध्यक्ष ओएमए सलमान, ई अबूबकर और पी कोया शामिल हैं। आरोपियों के कब्जे से आतंकी गतिविधियों व फंडिंग से जुड़े अहम कागजात भी बरामद किए गए हैं।
एनआईए के अनुसार पीएफआई पर देश के युवाओं को आतंकी प्रशिक्षण देने के के साथ ही उन्हें आतंकवाद के लिए उकसाने का भी आरोप है। छापे में दस्तावेज में भी इसके सबूत मिले हैं। एक अधिकारी ने बताया कि पीएफआई पर युवाओं को निर्दोष लोगों की हत्या करने, देश में दंगे भड़काने व उन्हें कट्टरता सिखाने के साथ इस्लामिक स्टेट (आईएस) में शामिल होने के लिए उकसाने का भी आरोप है।
ये भी पढ़ें : न्यायिक प्रक्रिया का समाज में है अहम रोल : सांसद कार्तिक शर्मा
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे !
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.