इंडिया न्यूज़,वाराणसी:
Kashi Vishwanath Corridor: 13 दिसंबर का आज का दिन भारत के इतिहास में अपने आप में गौरवशाली दिन होने वाला है। क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) आज अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के दौरे पर रहते हुए श्री काशी के विस्तार किए गए स्वरूप को आज जनता को समर्पित करने जा रहे हैं। बता दें कि काशी विश्वनाथ देश की ऐसी धरोहर है जिसे मुगलों ने ध्वस्त करते हुए अपना साम्राज्य स्थापित करने के लिए कई शिवालय और अन्य मंदिर जमींदोज कर दिए थे।
ऐसे में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी को उसका खोया इतिहास लौटाने का वादा किया था। जिसे आज पूरा कर दिया गया है। आज एक बार फिर 241 साल के बाद काशी में फिर से वही रौनक लौट आई है जो मुगलों ने कुचल दी थी। 527730 वर्ग फीट में विस्तारित किया गया कांशी विश्वनाथ मंदिर पूरी तरह से सज-संवर कर तैयार हो गया है। इस स्वर्णिम अवसर का हिस्सा बनने के लिए देश ही नहीं बल्कि विदेश से भी भोले नाथ के भक्तों ने काशी में डेरा जमा लिया है। जो आज इस शुभ अवसर को यादगार बनाने वाले हैं।
PM Narendra Modi Reached Varanasi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बस कुछ ही देर बाद विस्तारित श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के नए स्वरूप को देश को समर्पित करने जा रहे हैं। इसके साथ ही 13 दिसंबर का आज का दिन सनातन संस्कृति के इतिहास में एक सुनहरे अक्षरों में लिखा जाने वाला है।
बता दें कि आज समस्त ज्योतिर्लिंगों के प्रतिनिधियों (Kashi Vishwanath )इस कार्यक्रम में भाग लेने आ रहे हैं वहीं देशभर के 150 से अधिक धमार्चार्य, संत-महंत व प्रबुद्धजन इस ऐतिहासिक पल के साक्षी भी बनने वाले हैं। कार्यक्रम की ही गतिविधि भक्तों तक पहुंचे इसके लिए भी वाराणसी में 51 हजार एलईडी का प्रबंध प्रशासन द्वारा किया गया है।
वाराणसी स्थित श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के इस कार्यक्रम में एक तरह जहां संतों महापुरुषों का पहुंचना दो दिन से लगातार जारी है। दूसरी और देश भर से अन्य गणमान्यों के अलावा भाजपा शासित राज्यों के सभी मुख्यमंत्रियों सहित सात उपमुख्यमंत्री भी इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आना शुरू हो गए हैं। यही नहीं इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में देश भर के राजनेता भी इसमें शामिल होने के लिए पहुंचना शुरू हो गए हैं। इतने भव्य कार्यक्रम को लोग भी अपने कैमरे में कैद करना चाहते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने वाराणसी में चुनावों के दौरान कहा था कि वह काशी का खोया इतिहास वापस दिलवाएंगे। ऐसे में श्री काशी विश्वनाथ मंदिर को गंगा नदी के तट तक सुगम मार्ग के निर्माण को लेकर प्रधानमंत्री की परिकल्पना (Shri Kashi Vishwanath Corridor Project in Varanasi) को साकार करने वाली है। काशी विश्वनाथ परिसर पहले तीन हजार वर्ग फुट तक सिमट कर रह गया था। लेकिर अब यह परियोजना 5 लाख वर्ग फुट में फैला दी गई है। नए प्रोजेक्ट में 23 नए भवनों के निर्माण किया जाएगा जिससे कि तीर्थयात्रियों और भक्तों को अनेक सुविधाएं प्राप्त मिलने लगेंगी।
PM Narendra Modi: काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का आईडिया जब पीएम (Narendra Modi )ने काशी वासियों को दिया तो सब लोगों ने परियोजना को सही बताते हुए अपने परिसर सहमति से सौंप दिए। इस कार्य को करने के लिए बहुत सी संपत्तियों का अधिग्रहण करना था।
जानकारी के मुताबिक करीब 300 से अधिक संपत्तियों का सौहार्दपूर्ण अधिग्रहण किया गया है। कार्य के दौरान खुदाई में दुर्लभ प्राचीन मंदिर मिले थे। जिनकी संख्या करीब 40 से 45 थी। बताया जा रहा है कि यह सब मंदिर काशी विश्वनाथ परिसर में रहे हैं। जो कि समय के साथ-साथ धरती में समा दिए गए थे। ऐसे में मोदी सरकार ने प्राचीन मंदिरों का जीर्णोद्धार किया और फिर इनके सौंदर्यीकरण का काम पूरी निष्ठा से किया गया।
PM Narendra Modi: काशी विश्वनाथ कॉरिडोर (Shri Kashi Vishwanath Corridor Project) बनने से भक्तों की वर्षों पुरानी मुराद पूरी हो गई है। अब श्रद्धालु गंगा स्नान के बाद सीधे काशी विश्वनाथ धाम के दर्शन कर सकेंगे। बता दें कि पीएम मोदी दो दिन के काशी दौरे पर हैं। इस दौरान वह काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण करेंगे। जानकारी के मुताबिक इस परियोजना पर पहले चरण में 339 करोड़ रुपए का खर्च होने वाला है।
वाराणसी पहुंचनें पर पीएम सबसे पहले पंरपरानुसार शहर कोतवाल कालभैरव मंदिर में पहुंच पूजा अर्चना करते हुए अनुमति का आग्रह करेंगे। तत्पश्चात राजघाट होते हुए जलमार्ग से श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में जाएंगे। यहां से गंगा जल का कलश लेकर विस्तारित बाबा के दरबार में प्रवेश करेंगे और देशभर की 21 नदियों से लिए गए जल से बाबा विश्वनाथ का अभिषेक करेंगे।
पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) यहां सजे-संवरे श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के (Shri Kashi Vishwanath Corridor Project) शिलापट्ट का अनावरण कर देश के नाम करने वाले हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंदिर में बनाए गए विशाल चौक पर ही कार्यक्रम में संत-महंतों के साथ संवाद करेंगे। प्रधानमंत्री इस दौरान कार्य को तय समय में करने वाले श्रमयोगियों को सम्मानित करेंगे। इसके बाद पीएम मुमुक्षु भवन, वाराणसी गैलरी, सिटी म्यूजियम समेत अन्य भवनों को भी देखने जाएंगे। यहां से प्रधानमंत्री जल मार्ग से संत रविदास घाट जाएंगे फिर बनारस रेल इंजन कारखाना जाकर विश्राम करेंगे। शाम को फिर से प्रधानमंत्री संत रविदास घाट के लिए जाएंगे। यहां से पीएम के साथ सभी गणमान्य हस्तियां दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती में शामिल होंगी।
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