संबंधित खबरें
24-29 दिसंबर तक अमेरिकी दौरे पर रहेंगे PM Modi के खास दूत, इन मुद्दों पर होने वाली है चर्चा, पूरा मामला जान थर-थर कांपने लगा चीन-पाकिस्तान
बारिश की वजह से दिल्ली में बढ़ी ठिठुरन, पड़ने वाली है हाड़ कंपा देने वाली ठंड, जानें कैसा रहेगा पूरे हफ्ते का मौसम?
जया प्रदा के खिलाफ कोर्ट ने जारी किया वारंट,पूरा मामला जान उड़ जाएगा होश
रास्ता भटक गई वंदे भारत एक्सप्रेस,जाना था कहीं और पहुंच गई कहीं और…मामला जान पीट लेंगे माथा
अजीत पवार का ‘भुजबल’ हुआ कम, भाजपा में शामिल होगा यह दिग्गज नेता! CM से मुलाकात के बाद मचा हड़कंप
'भारत नहीं पाकिस्तान के राष्ट्रपिता थे महात्मा गांधी', इस मशहूर हिंदूस्तानी ने मचाया बवाल, तिलमिला गए सुनने वाले
इंडिया न्यूज़, PM Modi Varanasi Visit : प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को वाराणसी में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) और बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के सहयोग से शिक्षा मंत्रालय द्वारा आयोजित तीन दिवसीय अखिल भारतीय शिक्षा समागम का उद्घाटन करेंगे। शिक्षा मंत्रालय के अनुसार, तीन दिवसीय सेमिनार सार्वजनिक और निजी विश्वविद्यालयों के 300 से अधिक कुलपतियों और निदेशकों, शिक्षाविदों, नीति निर्माताओं के साथ-साथ उद्योग के प्रतिनिधियों को इस बात पर विचार-विमर्श करने के लिए लाएंगे कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को कैसे लागू किया जा सकता है।
इस मौके पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी मौजूद रहेंगे। शिक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा, शिखर सम्मेलन राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 को लागू करने में रणनीतियों, सफलता की कहानियों और सर्वोत्तम प्रथाओं पर चर्चा, विचार-विमर्श और अंतर्दृष्टि साझा करने के लिए अग्रणी भारतीय उच्च शिक्षण संस्थानों (एचईआई) के लिए एक मंच प्रदान करेगा।
मंत्रालय, यूजीसी और एआईसीटीई के साथ, अकादमिक बैंक ऑफ क्रेडिट, मल्टीपल एंट्री-एग्जिट, मल्टी डिसिप्लिनैरिटी और उच्च शिक्षा में लचीलापन, ऑनलाइन और ओपन डिस्टेंस लर्निंग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से राष्ट्रीय पाठ्यचर्या ढांचे को संशोधित करने के उद्देश्य से लाए हैं। इसे वैश्विक मानकों के साथ और अधिक तालमेल बिठाना, बहुभाषी और भारतीय ज्ञान प्रणालियों को बढ़ावा देना और दोनों को शैक्षिक पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाना, कौशल शिक्षा को मुख्यधारा में लाना और आजीवन सीखने को बढ़ावा देना, इसमें शामिल है ।
मंत्रालय ने आगे कहा कि कई विश्वविद्यालय पहले ही सुधार ट्रेन में सवार हो चुके हैं, लेकिन अभी भी कई ऐसे हैं जो परिवर्तनों को अपनाना और उनके अनुकूल होना बाकी है। चूंकि देश में उच्च शिक्षा पारिस्थितिकी तंत्र केंद्र, राज्यों और निजी संस्थाओं तक फैला हुआ है, इसलिए नीति कार्यान्वयन को आगे बढ़ाने के लिए व्यापक परामर्श की आवश्यकता है।
7 से 9 जुलाई तक तीन दिनों में फैले कई सत्रों में बहु-विषयक और समग्र शिक्षा, कौशल विकास और रोजगार, भारतीय ज्ञान प्रणाली, शिक्षा का अंतर्राष्ट्रीयकरण, डिजिटल सशक्तिकरण और ऑनलाइन शिक्षा, अनुसंधान, नवाचार और उद्यमिता जैसे विषयों पर चर्चा होगी।
ये भी पढ़ें : मुख्तार नकवी के इस्तीफे के बाद स्मृति ईरानी को अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रालय और सिंधिया को मिला इस्पात मंत्रालय
ये भी पढ़ें : राज्यसभा के लिए मनोनीत होने पर पीएम मोदी ने पीटी उषा, इलैयाराजा, वीरेंद्र हेगड़े और वी. विजयेंद्र प्रसाद को दी बधाई
ये भी पढ़ें : अग्निपथ योजना के तहत वायुसेना में 7.5 लाख आवेदन आए, रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया खत्म
ये भी पढ़ें : जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम का वीडियो वायरल, जानें हर घर तिरंगा के सवाल पर क्या बोले फारूक अब्दुल्ला
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे !
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.