इंडिया न्यूज, फरीदाबाद :
Surajkund International Crafts Mela 2022 तोमर वंश के राजा अनंगपाल की धरती पर बसे सूरजकुंड का 35वां अंतरराष्ट्रीय मेला धीरे-धीरे अपने शबाब पर आ रहा है। शुभारंभ होने के बाद यहां देश और विदेश के शिल्पकार, मूर्तिकार व चित्रकार आदि अपनी-अपनी कारीगरी का सामान लेकर जुटने लगे हैं। आज मेले का दूसरा दिन है। मेले में अनेक दर्शक चौराहों के आसपास ढोल-नगाड़ों, बीन-बाजों व तुंबे की थाप पर कलाकारों के साथ नाचते-गाते दिखाई दे रहे हैं।
फाल्गुन की होली को बीते हुए तीन दिन हो चुके हैं, लेकिन लगता है कि ब्रज की होली की मस्ती अब सूरजकुंड की धरा पर आ गई है। कमी है तो केवल यहां अबीर-गुलाल की। रंगों के बिना भी यह मेला लाल-हरे, पीले-नीले, नारंगी-संतरी आदि मनमोहक रंगों से सरोबार नजर आ रहा है। Surajkund International Crafts Mela
उज्बेकिस्तान, अफगानिस्तान, तुर्की, लेबनान, सूडान, ट्यूनिशिया, घाना, मोजांबिक, नेपाल आदि देशों से आए शिल्पकारों व दस्तकारों के पांडाल दर्शकों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं। इन देशों के लोक कलाकारों की वेशभूषा भी इनका प्रकृति के साथ जुड़ाव प्रदर्शित कर रही हैं। तीन-चार दिनों में सूरजकुंड मेला भीड़ से खचाखच भरा होगा, ऐसा अनुमान अभी से लगाया जा रहा है। (Surajkund International Crafts Mela 2022)
क्या बच्चे, क्या बुजुर्ग, महिलाएं और युवा, हर आयु के लोग धूमधाम से लगाए गए इस मेले की ओर बरबस ही खींचे चले आ रहे हैं। सूरजकुंड में आने के लिए जिला प्रशासन ने बस स्टैंड फरीदाबाद, बल्लभगढ़, पलवल, मेट्रो स्टेशन आदि से विशेष बसें लगाई हुई हैं। बता दें कि मेले में प्रवेश के लिए दिल्ली रोड पर तीन और बडखल रोड पर दो द्वार बनाए गए हैं। Surajkund Mela
ज्ञात रहे कि गत दिनों राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने फरीदाबाद में आयोजित 35वें सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय शिल्प मेला का उद्घाटन किया था जिसमें उन्होंने कहा था कि देश की हस्तशिल्प, हथकरघा परंपरा को प्रदर्शित करने वाले इस मेले में उपस्थित होना गर्व की बात है। उन्होंने आजादी के अवसर पर इस मेले के आयोजन के लिए हरियाणा और केंद्र सरकार को बधाई व शुभकामनाएं दी। उन्होंने देश-विदेश से यहां पहुंचे शिल्पकार, बुनकरों और पयर्टकों का हरियाणा की पावन धरा पर स्वागत करते हुए कहा कि यह मेला 1987 से हर साल आयोजित किया जाता है। (Surajkund International Crafts Mela 2022)
इस साल इस मेले में हजारों की संख्या में बुनकर भाग ले रहें हैं, जिन्हें अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने और बेचने का अवसर मिलेगा। 15 दिन चलने वाले इस मेले में लाखों की संख्या में पर्यटन पहंचेंगे और इसके माध्यम से अन्य देशों के साथ संबंध और प्रगाढ़ होंगे। हर वर्ष इस मेले का आयोजन एक थीम स्टेट और एक सहभागी देश के साथ किया जाता है। इस वर्ष मेले का ‘थीम स्टेट’ केन्द्र शासित प्रदेश जम्मू एवं कश्मीर और सहभागी देश उज्बेकिस्तान है।
Also Read : China Eastern Airlines Aircraft Crash चीन का यात्री विमान दुर्घटनाग्रस्त, 133 यात्री थे सवार
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.