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इंडिया न्यूज:
भक्तों का इंतजार हुआ खत्म, क्योंकि कल 6 मई शुक्रवार को सुबह 6 बजकर 15 मिनट में बाबा केदारनाथ मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोल दिए जाएंगे। सूत्रों मुताबिक बाबा केदार की पंचमुखी डोली आज वीरवार को गौरीकुंड से केदारनाथ धाम पहुंच गई।
चारधाम के कपाट खुलने की शुरूआत बीते 3 मई 2022 को अक्षया तृतीया के दिन गंगोत्री व यमुनोत्री धाम से हुई है। कल 6 मई को केदारनाथ और 8 मई2022 को बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलेंगे। यात्रा के लिए आॅनलाइन पंजीकरण ने रफ्तार पकड़ ली है। अब तक एक लाख से अधिक तीर्थयात्री ऑनलाइन पंजीकरण करा चुके हैं। इसमें केदारनाथ धाम के दर्शन के लिए सबसे अधिक यात्रियों ने पंजीकरण कराया है। इस बार यात्रियों को क्यूआर कोड जारी किया जा रहा है।
कोरोना काल के दो साल बाद पहली बार केदारनाथ धाम के कपाट आम श्रद्धालुओं के लिए खोले जा रहे हैं। इसे लेकर स्थानीय लोगों में भी काफी उत्साह है। हालांकि, मॉनसून सीजन में खराब हुई सड़कों को यात्रा शुरू होने से पहले तक ठीक नहीं कराया जा सका है। इन पर जगह-जगह काम चल ही रहा है।
बाबा केदारनाथ का मंदिर भारतीयों के लिए केवल श्रद्धा और आस्था का ही केंद्र नहीं है। बल्कि उत्तर और दक्षिण भारत की धार्मिक संस्कृति का मीटिंग प्वाइंट भी है। उत्तर भारत में पूजा पद्धति अलग है, लेकिन बाबा केदारनाथ में पूजा दक्षिण की वीर शैव लिंगायत विधि से होती है। मंदिर के गद्दी पर रावल होते हैं, जिन्हें प्रमुख भी कहा जाता है। मंदिर में रावल के शिष्य पूजा करते हैं। रावल यानी पुजारी कर्नाटक से ताल्लुक रखते हैं। अब तक 326 रावल यहां रह चुके हैं। रावल संन्यासी होते हैं, उनका स्थान गुरु का होता है। हालांकि, मंदिर के पुजारी संन्यासी नहीं होते।
बाबा केदार अपने भक्तों और श्रद्धालुओं को अलग-अलग रंगों में दर्शन देते है। सूर्य उदय से पहले, सूर्योदय के बाद, दोपहर और शाम के वक्त केदारनाथ धाम का कलर कॉम्बिनेशन बदलता रहता है। इसे भी लोग बाबा का चमत्कार मानते हैं और आशीर्वाद की तरह ग्रहण करते हैं।
पेट्रोल-डीजल के आसमान छूते दाम से प्रभु के दर्शन भी अब महंगे होने वाले हैं। हरिद्वार से चारधाम के लिए चलने वाली कारों और मिनी बसों के किराए में 30 फीसदी तक की बढ़ौतरी हो गई है। बताया जा रहा है कि इनोवा का किरया 4,500 से बढ़कर 6,000, बोलेरो और मैक्स 3,500 से बढ़कर 5,000, डिजायर 2,800 से 3,800 रुपए प्रति दिन तय किया गया है।
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