Darshanam Mogilaiya Insulted In Hyderabad Metro Station: यह सच है कि हैदराबाद मेट्रो में पद्म श्री से सम्मानित लोक संगीतकार दर्शनम मोगिलैया को अपने ही चित्र वाले पोस्टर को, जो मेट्रो पिलर पर चिपकाए गए थे, हटाने के लिए मजबूर होना पड़ा, क्योंकि वे उनकी कलाकृति को ढक रहे थे. इस घटना के बाद से लोगों में काफी ज्यादा नाराज़गी भी देखने को मिल रहा है. आखिर क्या है पूरा मामला जानने के लिए पूरी खबर पढ़िए.
क्या है चौंकाने वाला मामला?
हैदराबाद के एलबी नगर (L.B. Nagar) क्षेत्र में मेट्रो के पिलर्स पर दर्शनम मोगिलैया के सम्मान में उनके चित्र और पेंटिंग्स लगाई गई थीं. दरअसल, यह कदम तेलंगाना की लोक संस्कृति और उनके जैसे महान कलाकारों को सम्मानित करने के उद्देश्य से ही उठाया गया था. लेकिन, हाल ही में कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने अपने पोस्टर को सीधे पद्म श्री संगीतकार के चेहरे पर ली जाकर लगा दिया. जब यह बात कलाकार के संज्ञान में आई, तो उन्हें खुद से ही खंभों के पास जाकर पोस्टरों को हटाने का काम किया. फिलहाल, यह पूरी घटना सोशल मीडिया पर न सिर्फ तेज़ी से वायरल हो रही है बल्कि सबसे ज्यादा सुर्खियां भी बटोर रही है.
मुख्य मुद्दे और सार्वजनिक आक्रोश
कलाकार का अपमान
एक ऐसा मशहूर व्यक्ति जिसे भारत का चौथा सबसे बड़ा नागरिक सम्मान मिला हो, उसे अपनी ही पहचान को विज्ञापनों से बचाने के लिए सड़क पर उतरना पड़ गया.
नागरिक जिम्मेदारी का अभाव
इसके अलावा व्यावसायिक लाभ के लिए लोग और एजेंसियां यह भूल जाती हैं कि वे सार्वजनिक संपत्ति और सांस्कृतिक धरोहर को बहुत ज्याहा ही नुकसान पहुंचा रही हैं.
प्रशासनिक लापरवाही
हैदराबाद मेट्रो (HMRL) और नगरपालिका (GHMC) की लापरवाही यहाँ साफ रूप से देखने को मिली है, कि वे इन पोस्टरों को लगाने से रोकने या समय पर इन्हें हटाने में पूरी तरह से असमर्थ रहे.
‘कला के अनादर’ का एक उदाहरण
यह घटना ‘कला के अनादर’ का एक जीता-जागता उदाहरण पेश करता है. जहां, देश में सार्वजनिक स्थानों पर महापुरुषों और कलाकारों के चित्र इसलिए लगाए जाते हैं देश के युवाओं को उनसे प्रेरणा मिल सके, न कि इसलिए कि उन्हें विज्ञापनों द्वारा नीचा दिखाया जा सके. इस घटना को लेकर लोगों में आक्रोश देखने को मिल रहा है. जिसपर लोगों ने ऐसे कृत्य करने वालों पर भारी जुर्माना लगाने की जल्द से जल्द मांग की है.