दिल्ली: संसद में राष्ट्रपति का अभिभाषण चल रहा है। इस दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि आज़ादी के अमृतकाल में देश पंच प्राणों की प्रेरणा से आगे बढ़ रहा है। गुलामी के हर निशान, हर मानसिकता से मुक्ति दिलाने के लिए भी मेरी सरकार निरंतर प्रयासरत है। जो कभी राजपथ था, वह अब कर्तव्यपथ बन चुका है।