7 फिल्मों की सेंसेशनल सीन ने फैंस के दिल धड़काए, बैन होने के बावजूद चर्चा में – देखें YouTube & Prime पर
सिनेमा और कंट्रोवर्सी का रिश्ता हमेशा से गहरा रहा है, कई फिल्में अपने बोल्ड कंटेंट, पोलिटिकल संदेश या समाज को चुनौती देने वाले टॉपिक्स के कारण बैन हुईं। शुरुआत में दर्शकों ने इन्हें देखने का मौका नहीं पाया, लेकिन वक्त के साथ यही फिल्में कल्ट क्लासिक बन गईं. आज ये फिल्में OTT पर उपलब्ध हैं और फैन्स इन्हें खूब पसंद कर रहे हैं. आइए जानते हैं उन फिल्मों के बारे में जो कंट्रोवर्सी के कारण रुकीं लेकिन आज भी लोगों के दिलों पर राज करती हैं.
कामसूत्र : अ टेल ऑफ लव (1996)
मीरा नायर की यह फिल्म 16वीं सेंचुरी के भारत पर आधारित थी. इसमें दो सहेलियों की लाइफ और कामसूत्र की कला को बड़े ही क्रिएटिव अंदाज़ में दिखाया गया. फिल्म को उसके बोल्ड सीन्स के कारण कई जगह बैन किया गया.
वॉटर (2005)
दीपा मेहता की यह फिल्म भारत में 1938 के समय की कहानी कहती है. इसमें एक बाल विधवा चुहिया और अन्य विधवाओं की जिंदगी की कठिनाइयों को दिखाया गया, जब यह फिल्म शूट हो रही थी तब विरोध और हंगामे के कारण इसे रोक दिया गया. लेकिन बाद में इसे इंटरनेशनल लेवल पर खूब सराहना मिली और कई अवॉर्ड भी जीते.
आंधी (1975)
गुलज़ार निर्देशित आंधी उस दौर की सबसे कंट्रोवर्सिअल फिल्मों में से एक रही. इसमें सुचित्रा सेन और संजीव कुमार ने लीड रोल निभाया, कहानी एक महिला पॉलिटिशियन और उसके पति के रिश्ते के इर्द-गिर्द घूमती है. इसे उस समय की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से जोड़ा गया, जिसके चलते फिल्म को इमरजेंसी में बैन कर दिया गया था.
द ग्रेट डिक्टेटर (1940)
चार्ली चैपलिन की इस फिल्म ने उस समय तहलका मचा दिया था, इसमें उन्होंने हिटलर जैसे दिखने वाले तानाशाह और एक यहूदी नाई दोनों किरदार निभाए, फिल्म हंसी के माध्यम से फासीवाद और तानाशाही पर प्रहार करती है. हालांकि, कई देशों में इसे बैन किया गया, लेकिन आज इसे चैपलिन की सबसे बेहतरीन फिल्मों में गिना जाता है.
द ईविल डेड (1981)
सैम राइमी की यह फिल्म हॉरर जॉनर की कल्ट क्लासिक बन चुकी है, कहानी दोस्तों के एक ग्रुप की है जो जंगल में एक केबिन में जाकर अनजाने में शैतानी शक्तियों को जगा देते हैं. खून-खराबे और हिंसा से भरी इस फिल्म को कई देशों में बैन कर दिया गया था, लेकिन बाद में इसे हॉरर फिल्मों की लिस्ट में खास जगह मिली.
आई स्पिट ऑन योर ग्रेव (1978)
यह फिल्म एक महिला लेखक की कहानी है जिसे गैंगरेप के बाद मौत के मुंह में छोड़ दिया जाता है। लेकिन वह बचकर सभी दोषियों से बदला लेती है, इसकी हिंसक और विवादित कहानी के कारण इसे कई देशों में बैन कर दिया गया. बावजूद इसके, इसे महिला बदले की भावना की अनोखी प्रेजेंटेशन के लिए आज भी याद किया जाता है.
बोरेट (2006)
साचा बैरन कोहेन की यह फिल्म एक काल्पनिक जर्नलिस्ट बोरेट की अमेरिका यात्रा पर आधारित है,असली लोगों से फिल्माए गए दृश्यों और बोल्ड कंटेंट के कारण यह फिल्म विवादों में रही. कई देशों में इसे बैन किया गया, लेकिन दर्शकों ने इसे खूब पसंद किया और यह कॉमेडी जॉनर की कल्ट क्लासिक बन गई