Lata Mangeshkar: 30,000 से भी ज़्यादा गाना गाने वाली भारत की नाइटंगल के बारे में जाने ऐसी बातें जिन्हें सुनकर आपके भी उड़ जाएँगे होश
Lata Mangeshkar Birth Anniversary: लता मंगेशकर, भारत की नाइटिंगेल, का जन्म 28 सितंबर 1929 को हुआ था। उन्होंने अपने करियर में 30,000 से अधिक गानों में अपनी आवाज़ दी। किशोर कुमार के साथ उनका जुड़ाव खास था और उन्होंने कई अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी प्रदर्शन किया। उनके योगदान के लिए उन्हें भारत रत्न, पद्म भूषण, पद्म विभूषण और दादा साहब फाल्के सहित कई पुरस्कार मिले।
लता मंगेशकर – भारत की नाइटिंगेल
लता मंगेशकर का जन्म 28 सितंबर 1929 को हुआ था। वह पं.दिननाथ मंगेशकर की सबसे बड़ी बेटी थीं, जो एक मशहूर मराठी थिएटर आर्टिस्ट और क्लासिकल सिंगर थे।
बचपन और संगीत की शुरुआत
लता जी को पांच साल की उम्र से पिता से गायन की शिक्षा मिली। बचपन में उन्होंने अपने पिता के स्टेज प्ले में भी हिस्सा लिया।
जिम्मेदारियों का भार
लता जी के पिता का देहांत उस समय हो गया जब वह केवल 13 साल की थीं। घर की जिम्मेदारी बड़े बेटी के रूप में उनके कंधों पर आ गई।
किशोर कुमार के साथ यादगार पल
लता जी को किशोर कुमार के साथ गाना बहुत पसंद था। वह उन्हें प्यार से “किशोरदा” कहती थीं। लता जी ने कहा, “वह मुझे इतना हँसाते थे कि मैं गाना भूल जाती थी। मुझे कहना पड़ता—पहले गाना, फिर मस्ती।"
रिकॉर्ड और उपलब्धियां
सात दशकों से अधिक करियर में, लता जी ने 30,000 से अधिक गानों में अपनी आवाज़ दी। उन्हें भारत रत्न, पद्म भूषण, पद्म विभूषण, दादा साहब फाल्के और कई अन्य पुरस्कार मिले।
अंतरराष्ट्रीय पहचान और परिवार
1974 में लता जी को Guinness Book of Records में सबसे अधिक रिकॉर्डेड आर्टिस्ट के रूप में दर्ज किया गया। उसी वर्ष उन्होंने लंदन के रॉयल अल्बर्ट हॉल में अपना पहला इंटरनेशनल कंसर्ट दिया। उनके भाई-बहन भी मशहूर कलाकार हैं और उन्होंने कई बार साथ में काम किया।
समाजसेवा और विरासत
संगीत के अलावा लता मंगेशकर कई समाजिक और धर्मार्थ कार्यों में भी लगी रहीं। उन्होंने 1962 के चीन-भारत युद्ध में सैनिकों का साथ दिया। उनकी आवाज़ और योगदान आज भी कई पीढ़ियों को इन्सपायर करता है।