Dussehra 2025: इस विजयदशमी अपनाए ये नियम और करे ये अच्छे,काम मिलेगा दुगुना आशीर्वाद
Dussehra 2025: दशहरा, जिसे विजयादशमी भी कहते हैं, अच्छाई की बुराई पर जीत का त्योहार है। इस दिन भगवान राम ने रावण को हराया और माता दुर्गा ने महिषासुर का वध किया था। 2025 में दशहरे के दिन लोग पूजा-पाठ करते हैं, अपने औज़ारों और गाड़ियों की पूजा करते हैं, नया काम शुरू करते हैं, परिवार और दोस्तों से मिलते हैं और रावण दहन देखते हैं। साथ ही, इस दिन हमें कुछ बातों से बचना भी चाहिए जैसे झगड़ा न करना, मांसाहारी भोजन न खाना, खाने की बर्बादी न करना और अपने घर को साफ-सुथरा रखना।
दशहरा का महत्व
दशहरा, जिसे विजयादशमी भी कहते हैं, अच्छाई की बुराई पर जीत का त्योहार है। इस दिन भगवान राम ने रावण को हराया और माता दुर्गा ने महिषासुर का वध किया। यह दिन नए काम शुरू करने और पॅाजिटिव सोच अपनाने के लिए बहुत शुभ माना जाता है।
अपने औज़ार और साधनों की पूजा करें
दशहरे के दिन औजारों (हथियारों) की पूजा करने कि परंपरा है। इसमें अपने औज़ार, गाड़ी, किताबें या कामकाज के चीजो को साफ करके उनकी पूजा की जाती है। यह उन चीजो के प्रति शुक्रियादा जताने का तरीका है, जो हमें जीवन में आगे बढ़ने में मदद करती हैं।
नया काम शुरू करें
विजयादशमी नए काम की शुरुआत के लिए सबसे शुभ दिन है। लोग इस दिन नया व्यापार, पढ़ाई या कोई भी प्रोजेक्ट शुरू करते हैं। मान्यता है कि इस दिन शुरू किया गया काम सफल होता है।
पूजा और भजन करें
इस दिन भगवान राम, माता दुर्गा और भगवान हनुमान की पूजा करना बहुत शुभ माना जाता है। घर पर छोटा सा पूजन करके भी आप उनके आशीर्वाद पा सकते हैं।
परिवार और दोस्तों से मिलें
दशहरा सिर्फ पूजा का दिन नहीं, बल्कि मेलजोल का भी त्योहार है। इस दिन परिवार, दोस्तों और पड़ोसियों से मिलना, मिठाई बांटना और साथ में खुशी मनाना रिश्तों को मजबूत करता है।
रावण दहन देखें
दशहरे की खास परंपरा है रावण दहन। इसमें रावण का पुतला जलाया जाता है, जो अहंकार और बुराई कि पहचान है। इसे जलाना बुरी आदतों और नेजेटिव एनर्जी को मिटाने का संदेश देता है।
क्या न करें
झगड़ा, गुस्सा या किसी की बुराई न करें, मांसाहारी भोजन और शराब से दूर रहें, खाने की बर्बादी न करें, परंपराओं और रीति-रिवाजों का अपमान न करें, घर और आस-पास गंदगी न रखें और इससे आपके जीवन में पॅाजिटिव एनर्जी और शुभता बनी रहेगी।