Rajinikanth एक्टर बनने से पहले थे बस कंडक्टर, ड्राइवर दोस्त Raj Bahadur ने बनाया था सुपरस्टार! दोनों में थी बेमिसाल दोस्ती
Rajinikanth Birthday: साउथ के सुपरस्टार रजनीकांत आज 12 दिसंबर शुक्रवार के दिन अपना 75वा जन्मदिन मना रहे हैं. रजनीकांत यानी शिवाजीराव गायकवाड को साउथ इंडस्ट्री में खासकर तमिलनाडु में भगवान की तरह पूजा जाता है. उनकी जबरदस्त अदाकारी लोगों को बेहद पसंद हैं, उन्होंने अपने अभिनय से लाखों करोड़ो लोगों के दिलों में अपनी जगह बनाई और कई अवार्ड अपने नाम किए हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि सुपरस्टार बनने से पहले रजनीकांत एक बस कंडक्टर थे और उनके जिगरी दोस्त और बस ड्राइवर राज बहादुर ने उन्हें सुपस्टार बनाया है, आइये जानते हैं सुपरस्टार रजनीकांत और राज बहादुर के बीच बेमिसाल दोस्ती की कहानी.
आज है रजनीकांत का जन्मदिन
साउथ के सुपरस्टार रजनीकांत आज 12 दिसंबर शुक्रवार के दिन अपना 75वा जन्मदिन मना रहे हैं. लोग एक्टर की अदाकारी और अंदाज दोनों के दीवाने हैं. आज भी जब थिएटर में रजनीकांत की कोई फिल्म रिलीज होती है, तो पूरा थिएटर खचाखच भर जाता है.
इस मंदिर में होती है रजनीकांत की पूजा
साउथ इंडस्ट्री में उन्हें भगवान की तरह पूजा जाता है. इतना ही नहीं साउथ में रजनीकांत के नाम का मंदिर तक बना हुआ है. तमिलनाडु के मदुरै (Madurai) में एक प्रशंसक (कार्तिक) द्वारा एक मंदिर बनवाया गया है, 'अरुलमिगु श्री रजनी मंदिर' (Arulmigu Sri Rajini Kovil) में रजनीकांत की मूर्ति स्थापित है और यहा रजनीकांत की पूजा होती है यह मंदिर काफी ज्यादा प्रसिद्ध है.
मेहनत के दम बनाया रजनीकांत ने फिल्म इंडस्ट्री में अपना नाम
साउथ के सुपरस्टार रजनीकांत आज के समय में जो कुछ भी है अपनी खुद की मेहनत के दम पर है. एक्टर ने अपने करियर की शुरुआत 1975 में रिलीज हुई फिल्म “ अपूर्व रागंगल” से की थी इस फिल्म को राष्ट्रीय फिल्म अवार्ड मिला था.
बहुत कम समय में बने रजनीकांत सुपरस्टार
रजनीकांत को करियर की शुरुआत में ही खूब तरक्की मिली. उन्होंने सिर्फ चार साल में ही 50 फिल्मों का आंकड़ा पार कर लिया था. रजनीकांत की पांचवीं फिल्म 1979 में रिलीज हुई 'टाइगर' थी, जो उनके करियर की सुपरहिट फिल्म में से एक है और इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मपडकर नहीं देखा.
एक्टर बनने से पहले थे रजनीकांत एक बस कंडक्टर
रजनीकांत सुपरस्टार बनने से पहले एक बस कंडक्टर थे, वो बेंगलुरु में शिवाजी नगर-समराजपेट रूट नंबर 134 पर कंडक्टरी करते थे. इस नौकरी से उन्होंने अपना सपना पूरा करने के लिए और फिल्म कॉलेज में दाखिला लेने के लिए पैसे बचाए थे.
रजनीकांत को सुपरस्टार बनने में की दोस्त बस ड्राइवर ने मदद
रजनीकांत को सुपरस्टार बनने में उनके दोस्त राज बहादुर ने उनकी मदद की थी, जो एक बस ड्राइवर थे. रजनीकांत और राज बहादुर की मुलाकात 1970 में हुई थी, वो भी बैंगलोर ट्रांसपोर्ट सर्विसेज (Bts) में बस चलाने का काम कर रहे थे. धिरे धिरे दोनों बेहद अच्छे दोस्त बन गए. राज बहादुर ने रजनीकांत का उनके बुरे वक्त में बहुत साथ दिया था और राज बहादुर ने अपने दोस्त थलाइवा यानी रजनीकांत की बुलंदियों पहुंचाया.
राज बहादुर ने पहचानी थी रजनीकांत की अभिनय प्रतिभा
राज बहादुर ही थे, जिन्होंने रजनीकांत को उनकी पहचान पाने में मदद की. एक्टर अपनी कमजोर आर्थिक स्थिति की वजह से फिल्मी दुनिया में कदम रखने से हिचकिचा रहे थे. लेकिन राज बहादुर रजनीकांत का सहारा बने और उन्हें हर महीने अपनी आधी तनख्वाह देने लगे. जिससे रजनीकांत फिल्म कॉलेज में दाखिला ले सके.
राज बहादु ने किया रजनीकांत की जरूरतों को पूरा
राज बहादुर बस ड्राइवरी से केवल 400 रुपये ही कमा पाते थे, लेकिन अपनी ज़रूरतों और इच्छाओं का त्याग कर उन्होंने रजनीकांत की ज़रूरतों को पूरा किया. ऐसे में ये कहना गलत नहीं होगा कि अगर राज बहादु जैसे दोस्त थलाइवा का ना होता, तो हमे रजनीकांत जैसा सुपरस्टार नहीं मिलता.
रजनीकांत ने दादा साहेब फाल्के पुरस्कार किया था राज बहादुर को समर्पित
बता दें की रजनीकांत अपने दोस्त राज बहादुर बेहद प्यार करते हैं और उनके सहारे को हमेशा याद करते हैं. रजनीकांत ने साल 2021 में 67वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में मिले 51वें दादा साहेब फाल्के पुरस्कार को अपने बस ड्राइवर दोस्त राज बहादुर को समर्पित किया था.
रजनीकांत और राज बहादुर की दोस्ती है बेहद गहरी
रजनीकांत ने कहा था कि जिन्होंने बस ड्राइवर दोस्त राज बहादुर ने ही उनके अभिनय प्रतिभा को पहचाना और उन्हें फिल्मों में आने के लिए प्रोत्साहित किया था। इसके अलाना रजनीकांत ने ने इस सम्मान को अपने गुरु के. बालचंदर और अपने भाई को भी समर्पित किया था.