होम / पहले 'हिन्दुवाद – हिंदुत्व', अब 'श्रीराम और सीताराम' पर बयान देकर राहुल ने करवा ली बेइज्जती

पहले 'हिन्दुवाद – हिंदुत्व', अब 'श्रीराम और सीताराम' पर बयान देकर राहुल ने करवा ली बेइज्जती

Ashish kumar Rai • LAST UPDATED : December 2, 2022, 10:52 pm IST

इंडिया न्यूज़ (दिल्ली) : ‘भारत जोड़ो यात्रा’ पर निकले कॉन्ग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गाँधी रह-रहकर ऐसे तर्क दे देते रहते हैं, जिसके कारण लोग उनकी जमकर खिल्ली उड़ाने लगते हैं। ज्ञात हो, हिंदूवाद बनाम हिंदुत्व के बाद अब राहुल ने श्रीराम बनाम सियाराम पर ऐसा तर्क पेश किया है जिसे सुनकर आप भी माथा पकड़ लें।

जानकारी दें, राहुल गाँधी ने कहा है कि राम और सीता अलग नहीं हैं। इसलिए जब भी राम का नाम लिया जाए तो जय श्रीराम की जगह जय सीताराम या जय सियाराम कहा जाए। उन्होंने परोक्ष रूप से भाजपा और आरएसएस पर वार करते हुए कहा सियाराम कहने के बजाए आजकल श्रीराम कहा जा रहा है।

 राजस्थान पहुंचे राहुल ने श्रीराम बनाम सीताराम पर बहस को हवा दी

आपको जानकारी दें, राजस्थान के आगर में राहुल गाँधी ने कहा कि यात्रा के दौरान उन्हें एक पंडित मिले थे और उन्होंने हे राम, जय सियाराम और जय श्रीराम में अंतर बताया था। उन्होंने कहा कि पंडित ने यह भी कहा कि अपनी स्पीच में पूछिएगा कि भाजपा के लोग जय सियाराम क्यों नहीं कहते, सिर्फ जय श्रीराम क्यों कहते हैं।

राहुल गाँधी ने कहा, “जय सियाराम… जय सियाराम का मतलब है जय सीता, जय राम। ये सीता और राम एक ही हैं। इसलिए नारा है- जय सियाराम या जय सीताराम। …राम का जो जीने का तरीका था या जो उन्होंने सीता के लिए किया… वे लड़े। जब हम जय सियाराम कहते हैं तो सीता को भी याद करते हैं और समाज में जो सीता की जगह होनी चाहिए उसका आदर करते हैं।”

बीजेपी और आरएसएस पर निशाना साधने चले थे उल्टा तीर लगा

BJP और RSS पर निशाना साधते हुए राहुल ने आगे कहा, “बीजेपी के लोग जय श्रीराम कहते हैं। वे जय सियाराम या हे राम क्यों नहीं कहते? … इस संगठन में महिला नहीं है। वो जय सियाराम का संगठन ही नहीं है, क्योंकि उनके संगठन में महिला तो आ ही नहीं सकती, सीता तो आ ही नहीं सकती। सीता को तो बाहर कर दिया।”

इस तरह का बयान देकर राहुल गाँधी ने अपने विरोधियों को एक बार फिर मौका दे दिया है। राहुल गाँधी ने शास्त्रों का अध्ययन नहीं किया है, ये तो उनके पुराने बयानों को देख-सुनकर समझा जा सकता है, लेकिन उनके जिस भी सलाहकार ने इस तरह का बयान देने के लिए कहा होगा, संभवत: उसने भी शास्त्रों का अध्ययन नहीं किया होगा।

शास्त्रों में देवी को श्री कहा गया है। श्री का मतलब ही लक्ष्मी, सरस्वती, शक्ति, श्रद्धा, सौंदर्य, ऐश्वर्य, शुभ आदि है। विष्णु को भी श्रीपति कहा गया है, यानी लक्ष्मी के पति। श्री को ब्रह्मांड की प्राण-शक्ति भी कहा जाता है। इस तरह अगर जय श्रीराम कहा जाता है तो इसका मतलब ही है- जय सीताराम या जय सियाराम। हालाँकि, राहुल गाँधी ने इसे हिंदू पुरुषों के नाम के आगे लगाया जाने वाला एक विशेषण मात्र है।

श्रीराम और सीताराम एक ISKON कर दे चूका है अपनी राय

ज्ञात हो, राहुल गाँधी जिस श्री को नए रूप में परिभाषित कर रहे हैं, उस विषय पर ISKON भी अपनी राय दे चुका है। इस्कॉन ने साल 2019 में कहा था, “जय श्रीराम और जय सीताराम दोनों का अर्थ एक ही है और यह शास्त्र सम्मत है। संस्कृत शब्दकोश के अनुसार संज्ञा के रूप में “श्री” का अर्थ है श्रीमती राधारानी, लक्ष्मी देवी, सीता माता, धन, ऐश्वर्य, सौंदर्य, प्रसिद्धि, ज्ञान, शक्ति, कोई गुण या उत्कृष्टता आदि है।”

संस्कृत के जानकार बताए जाने वाले ट्विटर यूजर नित्यानंद मिश्रा कहते हैं, “जय श्री राम (3 शब्द) हिंदी में सही है, लेकिन संस्कृत में नहीं। इसका अर्थ है ‘श्री (= सीता) और राम की जय’। जय श्रीराम (2 शब्द) हिंदी और संस्कृत दोनों में सही है। हिंदी में, इसका अर्थ है ‘श्रीराम (= सीता के साथ राम) की जय’। संस्कृत में, इसका अर्थ है ‘हे श्रीराम! आप जीतें’!”

राहुल ने करवा ली बेइज्जती

बता दें, श्रीराम -सीताराम पर राहुल गाँधी की इस व्याख्या के बाद सोशल मीडिया पर उनका मजाक उड़ा रहे हैं। विपक्षी दल भाजपा को कोसने के चक्कर में राहुल गाँधी ने ऐसी बात कह दी है, जिसका कोई तुक नहीं है। यह बात विद्वान और धर्मार्थ संस्थान भी मान रहे हैं।

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

Jairam Ramesh: ‘कांग्रेस वीवीपैट के अधिक से अधिक उपयोग पर अभियान जारी रखेगी’, जयराम रमेश ने ट्वीट कर दी जानकारी -India News
Aaj Ka Rashifal: मेष, वृषभ और मिथुन राशियों के लिए आज का दिन लाभकारी, मिलेगी बड़ी खुशखबरी- Indianews
Lok Sabha Election: राजस्थान में दूसरे चरण में 64.6% मतदान दर्ज, बाड़मेर में सबसे अधिक 74.25% वोटिंग- Indianews
PM Modi Road Show: बरेली में पीएम मोदी ने किया रोड शो, सीएम योगी भी रहे मौजूद -India News
West Bengal board: पश्चिम बंगाल बोर्ड के कक्षा 10वीं का रिजल्ट जल्द होगा जारी, जानें सही तारीख व टाइमिंग- Indianews
America: ‘मैं सांस नहीं ले पा रहा हूं’, पुलिस द्वारा अश्वेत व्यक्ति के गर्दन को घुटने से दबाने से हुई मौत- Indianews
Shaheed Bhagat Singh: शादमान चौक का नाम शहीद भगत सिंह हो, पाकिस्तान सरकार ने लाहौर HC से मांगा और वक्त -India News
ADVERTISEMENT