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India News (इंडिया न्यूज़) न्यू कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC): कांग्रेस अध्यक्ष पद की कमान संभालने के कुछ महीने बाद ही मल्लिकार्जुन खड़गे ने पार्टी की नई वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) का ऐलान कर दिया है। गौरतलब है कि पार्टी ने कांग्रेस अध्यक्ष पद पर मल्लिकार्जुन खड़गे के खिलाफ चुनाव लड़े शशि थरूर को जगह दी है और राजस्थान में सीएम गहलोत के सामने अक्सर मुखर रहने वाले सचिन पायलट को भी नई सीडब्ल्यूसी में जगह दी है। वहीं ये जानना बड़ा दिलचस्प होगा कि किस वजह से सिद्धू को नई सीडब्ल्यूसी में नहीं रखा गया।
हालांकि,पंजाब कांग्रेस के नेता नवजोत सिंह सिद्धू का पार्टी की नई वर्किंग कमेटी में ना होना लोगो के लिए सबसे बड़ी चौंकाने वाली खबर है। बता दे कि पार्टी द्वारा चरणजीत सिंह चन्नी, अंबिका सोनी, प्रदेश के पूर्व गृह मंत्री सुखजिंदर रंधावा, मनीष तिवारी और पवन बंसल को सीडब्ल्यूसी में रखा गया है। लेकिन, सिद्धू को टीम से बाहर कर दिया गया है। ऐसे में पंजाब कांग्रेस में सिद्धू को लेकर सियासी पारा तेज होता जा रहा है।
आपको बता दें कि फरवरी 2022 में जब नवजोत सिंह सिद्धू पंजाब में विधानसभा के चुनाव के दौरान प्रदेश अध्यक्ष थे तब कांग्रेस को करारी शिकस्त मिली और जिसके बाद अध्यक्ष पद से नवजोत सिंह सिद्धू ने इस्तीफा दे दिया। उनके बाद प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग को सौंपी गई थी और चर्चा थी कि कांग्रेस सिद्धू को किसी और पद देगी। हालांकि रविवार को जब सीडब्ल्यूसी का ऐलान हुआ तो नवजोत सिंह सिद्धू का नाम लिस्ट में नहीं था।
राजनीतिक विशेषज्ञों के अनुसार, कांग्रेस ने एक बार फिर पंजाब के पुराने और अनुभवी क्षत्रपों पर अपना भरोसा जताया है। हाल ही में हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक चुनाव के नतीजों को देखें तो पुराने और मंझे हुए नेताओं पर भरोसा करने की कांग्रेस की रणनीति साफ तौर पर नजर आती है। ऐसे में पंजाब में भी कांग्रेस अपनी उसी रणनीति को अंजाम देने में जुटी है जिसे देखते हुए पार्टी ने उनके पुराने और कद्दावर नेताओं को नई टीम का हिस्सा बनाया है।
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