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आईएएस परिवीक्षाधीन अधिकारियों ने राज्यपाल से भेंट की
इंडिया न्यूज, शिमला:
राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कहा कि अब समय आ गया है कि हम कागज रहित कार्य प्रणाली को अपनाएं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक स्तर पर कार्य संस्कृति में बदलाव लाने की आवश्यकता है। प्रदेश में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं और युवा अधिकारियों को इस क्षेत्र के विकास के लिए नई योजनाओं के साथ कार्य करने की जरूरत है। वे मंगलवार को यहां राजभवन में 2020 कैडर के चार आईएएस परिवीक्षाधीन अधिकारियों से मुलाकात के दौरान संबोधित कर रहे थे। इन अधिकारियों को हिमाचल प्रदेश कैडर आवंटित किया गया है। ये परिवीक्षाधीन अधिकारी हिमाचल प्रदेश लोक प्रशासन संस्थान फेयरलॉन शिमला में राज्य विशेष प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। इन चार प्रोबेशनर्ज में ओमकान्त ठाकुर, अभिषेक कुमार गर्ग, गुरसिमर सिंह और दिव्यांशु सिंघाल शामिल हैं। इन प्रोबेशनर्ज से बातचीत के दौरान राज्यपाल ने कहा कि हिमाचल एक सुन्दर राज्य है और यहां के लोेग बहुत सरल हैं। सेवा के दौरान उन्हें अधिक से अधिक लोगों से मिलना चाहिए, ताकि उन्हें लोगों की समस्याओं की जानकारी मिल सके। उन्होंने कहा कि उन्हें जानकारी हासिल करने के लिए सम्पूर्ण प्रदेशभर की यात्रा करनी चाहिए। उन्होंने परिवीक्षाधीन अधिकारियों को सकारात्मक सोच के साथ कार्य करने और लोगों के कल्याण के लिए समर्पण की भावना से कार्य करने की सलाह दी, जिससे अफसरशाही के प्रति लोगों की सोच में बदलाव आए। उन्होंने जिला लाहौल-स्पीति के अपने हाल ही के दौरे के अनुभव साझा करते हुए कहा कि प्रदेश के तीव्र विकास का कारण यहां के लोगों की अफसरों के पास सुगम पहुंच है, लेकिन प्राकृतिक आपदा से विकास की गति बाधित होती है। आर्लेकर ने कहा कि प्रदेश में इस प्रकार का वातावरण विकसित किया जाना चाहिए कि लोग पर्यटन गतिविधियों में भागीदारी निभाएं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक जिले को पर्यटन से जोड़ना चाहिए और वर्षभर जिलावार पर्यटन गतिविधियां संचालित की जानी चाहिए। राज्यपाल ने अधिकारियों को सफल एवं यादगार कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर सभी परिवीक्षाधीन अधिकारियों ने अपनी शैक्षणिक योग्यताएं और हिमाचल प्रदेश में अभी तक के अपने अनुभव साझा किए। संयुक्त निदेशक हिपा ज्योति राणा भी इस अवसर पर उपस्थित थीं।
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