India News (इंडिया न्यूज), Jagjit Singh, Raipur News: छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव की घोषणा कभी भी हो सकती है। पहले लिस्ट में 21 को बीजेपी ने चुनाव लड़ने के लिए टिकट दिया है। अब दूसरी लिस्ट भी तैयार है। बताया जा रहा है कि इसमें करीब 50 लोगों के नामों पर सहमति दी गई है। जो कभी भी जारी हो सकती है। लेकिन इससे पहले छत्तीसगढ़ संभावित उम्मीदवारों के नाम सोशल मीडिया में वायरल हो गया है। इससे पूरे प्रदेश की सियासी गलियारों के साथ दावेदारों में खलबली मच गई है। वही बयान बाजी इस मामले मे तेज़ हो गयी है।

भाजपा ईडी आईटी के भरोसे जीतना चाहती हैं चुनाव

आपको बता दे कि सोशल मीडिया पर भाजपा की वायरल सूची पर हो रहे विरोध को लेकर श्रीचंद सुंदरानी ने कहा की जब प्रदेश अध्यक्ष ने इसका खंडन कर दिया है की यह फेक सूची है तो इस पर बात करना उचित नही है साथ ही विरोध को लेकर कहा की पार्टी प्रजातांत्रिक है, सबको अपनी बात रखने का अधिकार हैं, सभी को टिकट मांगने का अधिकार है।

वही इस मामले में खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने कहा भाजपा अपने ही अंतर्द्वंद्व में फंसी है एक दूसरे से उलझने और घेरने के चक्कर में खुद उलझ गई हैं। भाजपा ईडी आईटी के भरोसे चुनाव जीतना चाहती हैं। देश की एंजेंसियों को निष्पक्ष रहना चाहिए, भाजपा पर शनि का ग्रह का साया इन्हे कोई नहीं बचा सकता। इनके सत्ता हासिल करने का सपना टूटेगा। इनके प्रत्याशी चुनाव तक मैदान में टिकेंगे या नहीं ये भी नहीं यह भी ठीक नही हैं।

बीजेपी प्रदेश रोज खा रहे हैं अध्यक्ष फटकार

वही प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा की भाजपा अपनी पहली सूची से उबार नहीं पाई और अब दूसरी सूची वायरल होंगा रहा हैं। मतलब सोच लीजिए इनमें आपस में कितनी गुटबाजी है और कितना समन्वय है के उनका फाइनल लिस्ट हुआ बाहर आ रहा है। यहां बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष रोज फटकार खा रहे हैं। रमन सिंह रोज डाट खा रहे हैं। आपस में इन लोगों का खुद का समझ में नहीं है। बीजेपी हमारी सभाओं से डरी हुई है, उनके बयान बौखलाहट में आ रहे हैं।

कांग्रेस की पहली सूची को लेकर बोले डीसीएम टीएस सिंहदेव, का भी बयान सामने आया हैं, जिसमें उन्होंने कहा हैं कि, अभी प्रक्रिया में है, बात आ रही है पितृ पक्ष वाली, निकलना होता तो कब का निकाल दिया होता, पितृपक्ष के चलते कोई जल्दबाजी नहीं कर रहा हैं। 71 विधायक के लिए और सिटिंग विधायकों के हिसाब से लिस्ट बना रहे है।

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