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(इंडिया न्यूज़): नोएडा के सेक्टर-93 ए में ट्विन टावर को ध्वस्त करने के मामले में विजिलेंस जांच तेज कर दी गई है। सरकार के निर्देश पर इस मामले में लिप्त भ्रष्टाचार की विजिलेंस जांच की जा रही है। इस सिलसिले में लखनऊ विजिलेंस की टीम दो दिनों से नोएडा प्राधिकरण में रही। यहां फाइलों को खंगालने के साथ भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों और कर्मचारियों से उनके जवाब ले रही है। ये वे अधिकारी हैं जिनकी जिम्मेदारी निर्माण को रोकने की थी। 28 अगस्त 2022 को सेक्टर-93 ए में बने ट्विन टावर को ध्वस्त कर दिया गया था।
इस क्रम में विजिलेंस ने नोएडा प्राधिकरण में नियुक्त रहे 14 अधिकारियों की एक सूची जारी की है। इस सूची में ओएसडी से लेकर अधिकारी और ड्राफ्ट मैन से लेकर वास्तुविद तक के नाम शामिल हैं जिनको पूछताछ के लिए बुलाया गया है। वहीं उनके बयान दर्ज किए जाएंगे। नोएडा प्राधिकरण से ये भी कहा गया है कि जिन अधिकारियों का यहां से ट्रांसफर हो गया है या वे रिटायर्ड हो गए हैं। उन सभी अधिकारियों का नाम, पदनाम, मोबाइल नंबर, वर्तमान निवास और कार्यालय का पता लखनऊ विजिलेंस को अवगत करा दिया जाए।
दरअसल, 28 अगस्त को ट्विन टावर ध्वस्त होने के बाद मुख्यमंत्री ने इस टावर को बनाने व उस दौरान भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों के खिलाफ जांच करने के लिए कहा था। सुपरटेक ट्विन टावर मामले में एसआईटी की जांच रिपोर्ट सार्वजनिक होने के बाद विजिलेंस विभाग ने कड़ी आपत्ति जताई थी। ये जांच रिपोर्ट नोएडा प्राधिकरण के लोगों ने ही सार्वजनिक की। दरअसल, विजिलेंस ने एसआईटी की रिपोर्ट को आधार बनाकर प्राधिकरण के 26 अधिकारियों, दो आर्किटेक्ट कंपनी और सुपरटेक के चार निदेशकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। एफआईआर के बाद विजिलेंस ने प्राधिकरण से प्रकरण से जुड़े दस्तावेज मांगे थे। दस्तावेज तो उपलब्ध करा दिए गए लेकिन अभी तक जवाब किसी भी आरोपी की ओर से नहीं दिया गया। विजिलेंस को जांच रिपोर्ट के आधार पर आरोपियों से पूछताछ करनी थी। इस सिलसिले में दो दिनों तक विजिलेंस की टीम नोएडा प्राधिकरण के कार्यालय में रही।
जिन अधिकारियों को इस मामले में विजलेंस को जवाब देना है उनके नाम ये हैं। मनोज राय ओएसडी, एससी गौड़ मुख्य वास्तुविद नियोजक, सुधीर कुमार सहयुक्त वास्तुविद, मीनाक्षी सहयुक्त नगर नियोजक, रेनू अग्रवाल नियोजन सहायक, राम प्रकाश ड्राफ्टमैन, भारत भूषण मुख्य वास्तुविद नियोजक, जेएस राणा यहयुक्त नगर नियोजक, प्रेम कुमार प्लानिंग अस्सिटेंट, सौदान सिंह परियोजना अभियंता, रोहित सिंह प्रबंधक वर्क सर्किल-8, विक्रम सिंह अवर अभियंता वर्क सर्किल-8, राहुल शर्मा सीनियर मैनेजर वर्क सर्किल-8, पीके कौशिक महाप्रबंधक वर्क सर्किल।
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