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इंडिया न्यूज, चंडीगढ़ :
पंजाब के 32 किसान संगठनों की शुक्रवार को यहां प्रदेश की विभिन्न पार्टियों के नेताओं के साथ बैठक हुई। इस दौरान भाजपा को छोड़कर अन्य लगभग सभी पार्टियों के नेताओं ने शिरकत की और किसानी आंदोलन के संबंध में विचार-विमर्श किया। किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने विभिन्न पार्टियों के नेताओं के साथ चर्चा के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि सभी ने किसानी आंदोलन से सहमति जताई, वहीं इस बात पर भी यह पार्टियां सहमत हुई कि चुनावी मेनिफेस्टो को कानूनी दस्तावेज बनाया जाना चाहिए। इसके साथ ही कोड आफ कंडक्ट लागू होने तक चुनाव प्रचार न करने की मांग पर अन्य पार्टियों ने सहमति जताई जबकि कांग्रेस और शिअद के प्रतिनिधियों ने कहा कि वह इस बारे में पार्टी स्तर पर विचार-विमर्श करेंगे। किसान संगठनों के साथ अलग-अलग समय पर बैठक करने वालों में कांग्रेस की ओर से पीपीसीसी अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू सहित कुलजीत सिंह नागरा व परगट सिंह, शिअद की ओर से सांसद बलविंदर सिंह भूंदड़ सहित प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा, महेश इंद्र सिंह ग्रेवाल, डॉ. दलजीत सिंह चीमा, आप की ओर से कुलतार सिंह संधवां, लोक इंसाफ पार्टी के अध्यक्ष सिमरजीत सिंह बैंस, अकाली दल संयुक्त के सुखदेव सिंह ढींडसा, रंजीत सिंह ब्रह्मुरा, परमिंदर सिंह ढींडसा आदि शामिल थे।
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