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पटियाला हाउस कोर्ट से राजस्थान सरकार को बड़ी राहत, बीकानेर हाउस की कुर्की पर लगाई रोक

BY: Poonam Rajput • LAST UPDATED : November 29, 2024, 1:41 pm IST
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पटियाला हाउस कोर्ट से राजस्थान सरकार को बड़ी राहत, बीकानेर हाउस की कुर्की पर लगाई रोक

Bikaner House Delhi

India News (इंडिया न्यूज़),Bikaner House Delhi: राजस्थान सरकार को दिल्ली की कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। बता दें कि, बीकानेर हाउस की कुर्की के मामले में राजस्थान सरकार को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। कोर्ट ने बीकानेर हाउस की कुर्की पर सशर्त रोक लगा दी है, जिसका मतलब है कि फिलहाल राज्य सरकार के नियंत्रण में यह ऐतिहासिक स्थल रहेगा और सरकारी कार्यों में कोई रुकावट नहीं आएगी। कोर्ट ने नोखा नगर पालिका को आदेश दिया है कि वह अगले एक हफ्ते में बकाया 50.31 लाख रुपये का भुगतान करें, और इस मामले की अगली सुनवाई 7 जनवरी 2025 को होगी।

कब शुरू हुआ था ये मामला

यह मामला 2020 में शुरू हुआ था, जब पटियाला हाउस कोर्ट ने एनवायरो इन्फ्रा इंजीनियर्स को 50.31 लाख रुपये का भुगतान करने का आदेश दिया था, लेकिन नोखा नगर पालिका ने इसे लागू नहीं किया। इसके बाद कोर्ट ने बीकानेर हाउस की कुर्की के आदेश जारी किए थे।
बीकानेर हाउस का इतिहास काफी समृद्ध है। इसे 1929 में बीकानेर के राजा महाराजा गंगा सिंह ने अंग्रेजी शासन के दौरान दिल्ली में शाही निवास के रूप में बनवाया था। 1947 में, यह स्थल स्वतंत्रता संग्राम और भारतीय राजनीति के महत्वपूर्ण फैसलों का केंद्र भी बना था।

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क्या है बीकानेर हाउस का इतिहास

दिल्ली का बीकानेर हाउस एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर है, जो न केवल वास्तुकला के लिहाज से महत्वपूर्ण है, बल्कि इसके पीछे एक रोचक और ऐतिहासिक पृष्ठभूमि भी है। इस भवन का निर्माण 1929 में बीकानेर के महाराजा गंगा सिंह ने किया था। यह भवन ब्रिटिश शासन के दौरान बनाया गया था और इसका उद्देश्य शाही परिवार के सदस्यों के लिए एक विश्रामस्थल के रूप में काम करना था।

दिल्ली में स्थित बीकानेर हाउस का ऐतिहासिक महत्व इसलिए भी है क्योंकि इसे ब्रिटिश शासन की एक पॉलिसी से जोड़ा जाता है। ब्रिटिश शासन के दौरान, भारत के राजा-महाराजाओं को आपस में मिलने की अनुमति नहीं थी, लेकिन 1919 में किंग जॉर्ज पंचम ने यह घोषणा की कि अब सभी राजा आपस में मिल सकते हैं और उन्हें मिलना चाहिए। इस घोषणा के बाद बीकानेर हाउस को एक महत्वपूर्ण स्थल के रूप में स्थापित किया गया, जहां विभिन्न शाही परिवारों के सदस्य एकत्रित हो सकते थे।

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बीकानेर हाउस का वास्तुकला भी आकर्षक है और यह भारत के स्वतंत्रता संग्राम के समय का महत्वपूर्ण स्थल बन चुका था। 1947 में स्वतंत्रता संग्राम के बाद भी, यह स्थल भारत के शाही परिवारों और अन्य ऐतिहासिक शख्सियतों के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र बना रहा। आज के समय में बीकानेर हाउस इंडिया गेट के पास स्थित है और यह देश-विदेश के पर्यटकों के लिए एक आकर्षण का केंद्र है। इसकी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर के कारण यह जगह विशेष रूप से चर्चित है।

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