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India News Rajasthan (इंडिया न्यूज़), Rajasthan News: अलवर जिले के नीमराणा में जयपुर हाईवे स्थित होटल हाईवे किंग पर फायरिंग और रंगदारी मांगने में मदद करने वाले कश्मीर के दो युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। हालांकि फायरिंग करने वाले मुख्य आरोपी पुनीत शर्मा और नरेंद्र उर्फ लल्ली अभी फरार हैं, जिनकी तलाश की जा रही है। दोनों मुख्य आरोपियों की पहचान हो गई है। पुलिस ने दोनों फरार आरोपियों की गिरफ्तारी पर एक-एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया है। दोनों शूटर हरियाणा, पंजाब और दिल्ली एनआईए के मोस्ट वांटेड हैं, जिनकी तलाश कई राज्यों की पुलिस कर रही है।
पुलिस ने इस फायरिंग कांड में अपराधियों द्वारा इस्तेमाल की गई कार भी बरामद कर ली है। फिलहाल पंजाब की जालंधर पुलिस उन्हें पकड़ने के लिए जगह-जगह दबिश दे रही है। पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। नीमराणा पुलिस की गिरफ्त में दोनों आरोपी।
होटल के काउंटर पर एक पर्ची थमाकर बदमाश करीब 20 राउंड फायरिंग कर भाग गए थे। उस पर्ची पर 5 करोड़ की फिरौती मांगी गई थी। इस पर्ची के जरिए कौशल गैंग का जिक्र किया गया था। इसके बाद से ही पुलिस की कई टीमें इस मामले में लगी हुई थीं, जिसमें पुलिस को सफलता मिली और दो आरोपी सचिन और योगेश को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों ने शूटर की मदद की और उसे भागने में मदद की।
पुलिस ने बताया कि योगेश के खिलाफ मांडन और नीमराणा में चार मामले दर्ज हैं, जबकि सचिन के खिलाफ सात मामले दर्ज हैं। मुख्य आरोपी पुनीत शर्मा और नरेंद्र का आपराधिक रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे घटना से 15-20 दिन पहले से इस होटल की रेकी कर रहे थे।
साल 2015-16 में कौशल चौधरी फरार होकर अडिंग गांव में आ गया था। उसने फर्जी पासपोर्ट तैयार कर लिया था। तब से योगेश और सचिन मुख्य गैंग लीडर कौशल चौधरी के संपर्क में थे। उन्होंने पुनीत और नरेंद्र को नीमराणा इलाके में लाने और फिर वहां से सुरक्षित निकालने की जिम्मेदारी ली थी। उनका मकसद इस इलाके में पैर जमाना था, लेकिन पुलिस की लगातार तलाश के चलते इसमें दिक्कत आई और दोनों आरोपी पकड़े गए। पुलिस ने दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर 9 दिन की पुलिस रिमांड मांगी है, इस दौरान पुलिस उन सभी जगहों का पता लगाएगी, जहां वे जा सकते हैं।
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