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India News RJ(इंडिया न्यूज), Rajasthan News: राजस्थान के बारां शहर में जुलूस के रूट को लेकर आज सोमवार दोपहर विवाद हो गया। मुस्लिम समुदाय के लोग तय रूट के विपरीत महाराणा प्रताप चौक से घूमना चाहते थे, लेकिन प्रशासन ने भीड़ को रोक दिया। इसे लेकर पुलिस और मुस्लिम समुदाय के बीच कहासुनी हो गई। मुस्लिम समुदाय महाराणा प्रताप चौक से घूमने पर अड़ा था, जिसे पुलिस ने मना कर दिया। चूंकि यह रूट तय रूट से अलग था। हालांकि पुलिस अधीक्षक राजकुमार चौधरी की सतर्कता के चलते बड़ा हादसा टल गया।
जानकारी के मुताबिक, पुलिसकर्मियों ने जुलूस में शामिल लोगों से तय रूट पर चलने की अपील की तो उनमें से कुछ ने इस पर आपत्ति जताई। इसे लेकर पुलिस ने सख्ती दिखाई तो स्थिति तनावपूर्ण हो गई। बताया यह भी जा रहा है कि जुलूस में शामिल कुछ लोगों ने पुलिसकर्मियों से हाथापाई भी की।
एसपी राजकुमार चौधरी ने बताया कि किसी भी तरह की कोई घटना नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि जुलूस में शामिल कुछ लोग तय रूट से अलग रूट पर जाने की जिद पर अड़े थे। जुलूस में शामिल कुछ लोग चार मूर्ति चौक की ओर जाने की कोशिश कर रहे थे, जिन्हें सख्ती से रोका गया और तय रूट पर आगे भेजा गया। इसके बाद जुलूस शांतिपूर्वक संपन्न हुआ। एसपी ने लोगों से किसी भी तरह की अफवाह पर ध्यान न देने की अपील की है।
अभी दो दिन पहले ही जलझूलनी एकादशी के अवसर पर राजस्थान के शाहपुरा जिले में पीतांबर राय महाराज (बेवाण) के जुलूस पर पथराव हुआ था, जिसके बाद इलाके में तनाव फैल गया था। पथराव में एक महिला समेत कई युवक घायल हो गए थे। घटना के बाद जुलूस में शामिल लोगों ने दूसरे पक्ष के खिलाफ नारेबाजी की थी। इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर भाजपा विधायक गोपीचंद मीना भी धरने पर बैठ गए थे। इस घटना से जहाजपुर कस्बे में तनाव पैदा हो गया था, जिसके बाद इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया था।
आपको बता दें कि इसे ईद-ए-मिलाद-उन-नबी या ईद-ए-मिलाद भी कहा जाता है। यह दिन पैगंबर मोहम्मद के जन्म की याद में मनाया जाता है, जिन्हें इस्लाम में अंतिम पैगंबर माना जाता है। इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार, यह त्यौहार हर साल रबी-उल-अव्वल के 12वें दिन मनाया जाता है। ईद की तरह यह त्यौहार भी मुसलमानों के लिए बहुत महत्व रखता है। इसलिए इसे ईदों की ईद कहा जाता है।
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