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India News Rajasthan (इंडिया न्यूज़), Rajasthan News: प्रदेशभर में मौसमी बीमारियों के कारण लोग परेशान है। हर दूसरा व्यक्ति सर्दी जुकाम खांसी से पीड़ित है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की टीम भी अलर्ट मोड पर आ गई है। राजस्थान की बात करें तो यहां मलेरिया के मरिजों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
बाड़मेर और उदयपुर के बाद जैसलमेर में मलेरिया के सबसे ज्यादा मरीज सामने आए हैं। जैसलमेर में ही 132 मलेरिया मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। निजी अस्पतालों में रोजाना 100 से ज्यादा मलेरिया के मरीज मिल रहे हैं। निजी अस्पतालों में कार्ड से मलेरिया की जांच होती है, जिसे सरकार नहीं मानती। सरकारी अस्पतालों में स्लाइड जांच होती है, जिसे सरकार विश्वसनीय मानती है।
सीएमएचओ ने बताया कि इस बार भारी बारिश के कारण मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। हालांकि चिकित्सा विभाग पूरी तरह तैयार है। शहर में एंटी लार्वा गतिविधियों के लिए 11 टीमें बनाई गई हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में 222 आशा व एएनएम की टीमें लगाई गई हैं। घर-घर सर्वे किया जा रहा है। पानी की टंकियों में टेमीफोस डाली जा रही है। मच्छरों के खात्मे के लिए जलभराव वाले क्षेत्रों में गम्बूसिया मछली डाली जा रही है।
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डॉ. रोहिताश गुर्जर ने बताया कि मच्छर जनित रोग मलेरिया में परजीवी प्लास्मोडियम मच्छर के काटने पर मनुष्य के रक्त में पहुंच जाता है। कई बार मलेरिया का संक्रमण इतना गंभीर हो जाता है कि इससे पीड़ित व्यक्ति की मृत्यु भी हो जाती है। इसके लक्षणों में ठंड लगना, कंपकंपी के साथ बुखार, सिर दर्द आदि शामिल हैं। आमतौर पर इसका बुखार एक निश्चित समय पर आता है, जिसमें बुखार के दौरान रोगी ठीक रहता है। मानसून में जब मलेरिया का सीजन चल रहा हो और ये लक्षण दिखाई दें तो सबसे पहले चिकित्सक से सलाह लें। पूरी बाजू व लंबे कपड़े पहनें। फॉगिंग करवाएं और आसपास सफाई का ध्यान रखें। मच्छरों के पनपने वाले स्थानों से बचने के लिए पानी जमा न होने दें।
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डेंगू के लक्षण डेंगू के बारे में डॉ. रोहिताश गुर्जर का कहना है कि डेंगू भी बरसात के मौसम में लोगों को ज्यादा प्रभावित करता है। यह भी मच्छर जनित संक्रमण है, जो एडीज मच्छरों के काटने से होता है. एडीज मच्छर दिन में काटते हैं। डेंगू में तेज बुखार, जुकाम, सिरदर्द, बदन दर्द आदि शामिल हैं। डेंगू से पीड़ित व्यक्ति के खून में प्लेटलेट्स की संख्या कम हो जाती है। डिहाइड्रेशन भी हो सकता है, जिससे कई गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। बुखार लगातार बना रहता है।
डेंगू से बचने के लिए इन बातों का रखें ध्यान डेंगू के मच्छर ठहरे हुए ताजे पानी में ज्यादा पनपते हैं, इसलिए पानी के बर्तनों को ढक कर रखें. कूलर और बर्तनों में रखे पानी को समय-समय पर साफ करते रहें. डॉ. रोहिताश का कहना है कि दोनों ही बीमारियों में लापरवाही महंगी साबित हो सकती है क्योंकि अगर प्लेटलेट्स तेजी से कम हुईं तो ब्लीडिंग हो सकती है।
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