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India News(इंडिया न्यूज),Rajasthan: राजस्थान (Rajasthan) विधानसभा चुनाव को लेकर पूरे प्रदेश भर में सियासत में गर्माहट है। आरोप प्रत्यारोप अपने चरम पर है। जिसके बाद भाजपा प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने एक प्रेस वार्ता के संबोधन के दौरान कांग्रेस और मुख्यमत्री अशोक गहलोत पर जमकर जुबानी हमला करते हुए कहा कि, कांग्रेस की यह सरकार झूठे वादे, किसानों, बेरोजगारों और युवाओं से धोखा, भ्रष्टाचार, जंगलराज, महिला विरोधी और दलित विरोधी सरकार है। प्रदेश में आज महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं, युवा परेशान हैं किसान कर्ज में डूबा हुआ है, किसान की जमीन नीलाम हो रही है। लेकिन प्रदेश के मुखिया को इसकी कोई चिंता नहीं है और मुख्यमंत्री फोटोशूट करवा रहे हैं।
प्रेस वार्ता के दौरान प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह यहीं नहीं रूके उन्हेने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से इस्तीफे तक की मांग कर दी। अरुण सिंह ने कहा कि, आज प्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त है और महिलाओं-युवाओं के मन में भारी आक्रोश है। मुख्यमंत्री असंवेदनशील हैं। इसलिए उन्हें तो इस्तीफा दे देना चाहिए। प्रदेश में गुंडों और माफियाओं का राज है और गहलोत ने विकास को ठप कर दिया है। चारों ओर लूट ही लूट मची है। हम विकास के आधार पर सरकार बनाएंगे।
संबोधन के दौरान आगे बोलते हुए अरुण सिंह ने कहा कि, मैं आज जिस जिले में मैं बैठा हूं, उस जिले से कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डोटासरा जी आते हैं, जिनके कार्यकाल में उनके परिवार वालों को काफी लाभ पहुंचा और उनके रिश्तेदार अधिकारी बनते गए। पेपर लीक और इंटरव्यू में सेंटिंग कांग्रेस का काम रहा है। प्रदेश में किसानों की स्थिति खराब है। किसानों की जमीन नीलाम हो रही है। गहलोत जी को किसानों की कोई चिंता नहीं है। बाजरे की खरीद नहीं हुई है, जिससे किसानों को नुकसान हो गया।
प्रदेश में महिला उत्पीड़न चरम पर है। थानागाजी, करौली, जोधपुर और उदयपुर में दुष्कर्म की घटनाएं प्रदेश को शर्मसार कर रही हैं। जब सदन में एक मंत्री ने महिलाओं से दुष्कर्म मामले में राजस्थान को मर्दों का प्रदेश बता दिया, तो सीएम को उस मंत्री का इस्तीफा लेना चाहिए था, ऐसा होता तो आज प्रदेश में अपराधों में सुधार होता। लेकिन महिला सुरक्षा, अत्याचार की हकीकत बताने वाले वफादार मंत्री को हटाना गहलोत की महिला विरोधी मानसिकता दर्शाता है।
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