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India News (इंडिया न्यूज), Ranthambore Tourism News: बाघों की अठखेलियों को लेकर विश्व स्तर पर अपनी खास पहचान रखने वाले सवाई माधोपुर स्थित रणथंभौर में इन दिनों पर्यटकों का सैलाब उमड़ रहा है। शीतकालीन छुट्टियों एंव नये साल के आगमन को यादगार बनाने के लिए बड़ी संख्या में देशी-विदेशी पर्यटक रणथंभौर पहुंचे रहे है, जिसके चलते जहां रणथंभौर की बुकिंग आगामी एक सप्ताह से भी अधिक समय के लिए फूल चल रही है, वहीं रणथंभौर के तकरीबन सभी होटल एंव रेस्तरां भी पर्यटकों से आबाद है।
शीतकालीन छुट्टियों और नए साल का जश्न मनाने एंव छुट्टियों व नए साल के जश्न को यादगार बनाने के लिए इन दिनों राजस्थान के सवाई माधोपुर स्थित रणथंभौर में पर्यटकों का सैलाब उमड़ रहा है। बड़ी संख्या में देशी एंव विदेशी पर्यटक रणथंभौर पहुंच रहे और रणथंभौर में टाईगर सफारी का लुत्फ उठा रहे है। रणथंभौर में प्रतिदिन तकरीब साढ़े तीन हजार पर्यटक रणथंभौर टाईगर सफारी कर रहे है। बावजूद उसके सैंकड़ो पर्यटक ऐसे भी है, जिन्हें टाईगर सफारी नसीब नहीं हो पा रही है। रणथंभौर में दो पारियों में पर्यटक टाईगर सफारी पर जाते है, जिनके लिए वन विभाग द्वारा 140 कैंटर एंव जिप्सी सुबह की पारी में एंव इतने ही शाम की पारी में पार्क भ्रमण पर भेजी जा रहे है।
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बावजूद उसके पर्यटकों का दबाव इतना है कि कई पर्यटक रणथंभौर पहुंचने के बाद भी टाईगर सफारी नहीं कर पा रहे है, जिन पर्यटकों को टाईगर सफारी मिल रही है वे पर्यटक बाघ-बाघिन एंव शावकों सहित अन्य वन्यजीवों की स्वछंद अठखेलियां देख आनंदित हो रहे है, वही जिन पर्यटकों को टाईगर सफारी नहीं मिल पा रही है वे मायूस होकर लौट रहे है। रणथंभौर में उमड़े पर्यटकों के सैलाब के चलते उन पर्यटकों को खासी परेशानियां उठानी पड़ रही है जिन पर्यटकों की एडवांस बुकिंग कंफर्म नहीं है। रणथंभौर में टाईगर सफारी की बुकिंग कन्फर्म हुए बिना अचानक रणथंभौर भ्रमण पर आने वाले पर्यटकों को ना तो टाईगर सफारी मिल पा रही है और ना ही होटलों में जगह मिल पा रही है।
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ऐसे में पर्यटकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। अचानक रणथंभौर आने वाले पर्यटकों का कहना है कि पर्यटकों की भीड़ के चलते लाख कोशिशों के बावजूद उन्हें टाईगर सफारी के लिए टिकिट नहीं मिल पा रही। दो-दो, चार-चार दिन के इंतजार के बावजूद भी टाईगर सफारी के लिए धक्के खा रहे है। पर्यटकों के दबाब के चलते इन दिनों रणथंभौर में कुछ दलाल भी सक्रिय है जो अचानक रणथंभौर आने वाले पर्यटकों को भ्रमित कर अन चाहे दाम मांग रहे है, वही जो पर्यटक कन्फर्म टिकिट के बाद रणथंभौर आये है उन्हें किसी तरह की परेशानी नहीं उठानी पड़ रही है।
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पर्यटकों का कहना है कि रणथंभौर में टाईगर सफारी का रोमांच बेहद खास है। सभी 10 जोनों में इन दिनों टाईगर की जमकर साइटिंग भी हो रही है। रणथंभौर आने का उनका अनुभव बेहद अच्छा रहा है। रणथंभौर का जंगल जितना खूबसूरत है उतनी ही अच्छी यहां की टाईगर सफारी और वन विभाग का मैनेजमेंट है, जिससे कन्फर्म टिकिट वाले पर्यटकों को किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं हो रही है। नेचर गाइडों व वाहन चालकों ने बताया कि इस साल पिछले सालों की तुलना में अधिक पर्यटक रणथंभौर आ रहे है, जिससे विभाग को भी सभी पर्यटकों को टाईगर सफारी कराने में खासा दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
हालांकि वन विभाग द्वारा रणथंभौर आने वाले पर्यटकों की हर संभव मदद करने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन पर्यटकों का दबाव इतना ज्यादा है कि उनका यह प्रयास भी ना काफी साबित हो रहा है। रणथंभौर में पर्यटकों की अधिक संख्या को देखते हुए वन विभाग द्वारा अतिरिक्त व्यवस्था की गई है। NTCA की गाईड लाइन को ध्यान में रखते हुए उनके द्वारा जितने पर्यटकों की मदद की जा रखती है वे कर रहे है। पर्यटकों के साथ ही इन दिनों शीतकालीन छुट्टियों के चलते रणथंभौर में लगातार VIP मूवमेंट भी बना हुआ है, जिससे वनाधिकारियों के सामने दोहरी समस्या पैदा हो रही है।
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वनाधिकारियों का कहना है कि NTCA की गाइड लाइन के मुताबिक रणथंभौर में एक पारी में 140 से 145 वाहन ही भ्रमण पर जा सकते है। वाहनों की संख्या सीमित होने के चलते अचानक रणथंभौर आने वाले पर्यटकों को समस्या अवश्य हो रही है, लेकिन ऐसे पर्यटकों को उनके द्वारा टाईगर सफारी कराने का प्रयास किया जा रहा है ताकि दूर दराज से आने वाला पर्यटक टाईगर सफारी कर सके, लेकिन उनके ये प्रयास भी न काफी साबित हो रहे है। बाघों की स्वछंद अठेखेलियो को लेकर अपनी खास पहचान बना चुके रणथंभौर में इन दिनों पर्यटकों का दबाव लगातार बढ़ रहा है।
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प्रदेश के अन्य टाईगर रिजर्व की अपेक्षा रणथंभौर में पर्यटकों के अत्यधिक दबाव के चलते वनाधिकारियों को भी कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। प्रदेश के अन्य पर्यटक स्थलों की अपेक्षा रणथंभौर का पर्यटन थोड़ा अलग है, क्योंकी यहां पर्यटक सड़कों पर नजर नहीं आता। पर्यटक होटल से जंगल और जंगल से होटल तक ही सीमित रहता है। बड़ी बात ये है कि रणथंभौर में इन दिनों पर्यटकों का जमकर सैलाब उमड़ रहा है और जिन पर्यटकों को टाईगर सफारी नसीब नहीं हो रही है उन्हें मायूस होकर लौटना पड़ रहा है।
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