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1 साल की बच्ची ने किया कमाल, पूरी की 100 मीटर तैराकी, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में नाम दर्ज

महाराष्ट्र के रत्नागिरी में एक साल के बच्ची ने 100 मीटर तैरने वाले सबसे कम उम्र के बच्चे का रिकॉर्ड बनाया है, और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज कराया है.

Written By: Divyanshi Singh
Last Updated: December 13, 2025 12:52:12 IST

Swimming Records Shattered: 21 महीने की वेदा परेश सरफरे तब सेंसेशन बन गई हैं जब वह ऑफिशियली 100 मीटर की तैराकी पूरी करने वाली सबसे कम उम्र की तैराक बन गईं. महाराष्ट्र के रत्नागिरी की रहने वाली 1 साल 9 महीने की इस होनहार बच्ची का नाम ऑफिशियली इंडिया बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स में दर्ज हुआ है. उसने म्युनिसिपल पूल के चार चक्कर 10 मिनट और 8 सेकंड में पूरे किए. अथॉरिटी ने उसकी परफॉर्मेंस को वेरिफाई किया.

वायरल हो रहा है वीडियो

पूल में कॉन्फिडेंस से तैरती हुई बच्ची के वीडियो वायरल हो गए हैं और सोशल मीडिया और मेनस्ट्रीम न्यूज़ में हलचल मचा दी है. उसकी इस कामयाबी को उसके परिवार ने सबके साथ शेयर किया और इंडिया बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स ने भी इसे पहचाना, जिन्होंने एक ईमेल के ज़रिए कन्फर्म किया और कहा कि “आपके स्किल्स को पहचाना गया है, और इंडिया बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स के एडिटोरियल बोर्ड द्वारा पूरी तरह से वेरिफिकेशन के बाद हमने सिर्फ़ सबसे अच्छे को चुना और अप्रूव किया है.”

रिपोर्ट्स के मुताबिक ईमेल में आगे लिखा था कि “100 मीटर तैरने का रिकॉर्ड वेदा परेश सरफरे ने बनाया था जिनका जन्म 22 जनवरी, 2024 को रत्नागिरी में हुआ था. उन्होंने म्युनिसिपल स्विमिंग पूल में 25 मीटर गुणा 22 मीटर के स्विमिंग पूल में 10 मिनट और 8 सेकंड में 100 मीटर (4 लैप) तैरा.”

 काफी पहले शुरू हुआ था प्रोजेक्ट वेदा 

वेदा का सफर उनके बड़े भाई के स्विमिंग लेसन से प्रेरित था. सिर्फ नौ महीने की उम्र में पूल में उतरने के बाद उनका रिकॉर्ड बनाने का सफर बहुत पहले शुरू हो गया था. कोच महेश मिल्के और उनकी पत्नी गौरी ने उन्हें अगले 11 महीनों तक ट्रेनिंग दी, जिसमें बॉयंसी, सांस पर कंट्रोल और एंड्योरेंस पर खास ध्यान दिया गया.

कोच मिल्के, जो बहुत खुश थे, ने उनकी कामयाबी पर बहुत गर्व जताया और बताया कि कैसे लगातार ट्रेनिंग और मेंटरिंग ने वेदा को नेशनल लेवल पर पहचान दिलाने में मदद की. मिल्के की शानदार कोचिंग स्किल्स ने खेल और काम को मिलाने में मदद की, जिससे वेदा की उम्र के किसी खिलाड़ी को मज़ा आया और उसने काफ़ी स्किल भी सीखी.

उसके माता-पिता ने ज़ोर दिया कि यह सफ़र कभी भी पहचान या इनाम के बारे में नहीं था बल्कि, बच्ची को खुशी के लिए पानी की ओर खींचा गया, जिससे आखिरकार उसे यह कामयाबी मिली. वे रोज़ाना स्विमिंग प्रैक्टिस के उसके वीडियो शेयर करते थे, जिसमें मज़ा और तरक्की के पल दिखते थे.

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