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Asian Hockey 2023: हॉकी चैंपियंस ट्रॉफी के लिए लगभग सभी टीम पहुंची रांची

Dharambir Sinha • LAST UPDATED : October 26, 2023, 1:27 pm IST
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Asian Hockey 2023: हॉकी चैंपियंस ट्रॉफी के लिए लगभग सभी टीम पहुंची रांची

Jharkhand News: हॉकी चैंपियंस ट्रॉफी के लिए लगभग सभी टीम पहुंची रांची

India News (इंडिया न्यूज),Asian Hockey 2023: एशिया महाद्वीप में पहली बार महिला एशियन हॉकी चैंपियन ट्रॉफी की मेजबानी झारखण्ड में हो रहा है। इस चैंपियंस ट्रॉफी के लिए लगभग सभी टीम रांची पहुंच चुकी है।

राज्य में आयोजित हो रहे महिला हॉकी एशियन चैम्पियंस ट्रॉफी में एशिया की छह प्रमुख टीमें है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर ही राष्ट्रीय, अन्तरराष्ट्रीय एवं ओलम्पिक खेलों में राज्य का प्रतिनिधित्व करने वाले एवं प्रतियोगिता में स्वर्ण, रजत एवं कांस्य पदक प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों एवं प्रशिक्षकों को दी जाने वाली सम्मान राशि में वृद्धि की गई है।

पुरस्कार नियमावली में किया संशोधन

राज्य के होनहार खिलाड़ियों के लिए सरकार ने नकद पुरस्कार नियमावली में संशोधन किया है। पहले जहां एक खिलाड़ी को 7 हजार रूपए मिलते थे अब उस खिलाड़ी को 50 हजार रूपए देने का प्रावधान खेल नीति के तहत किया गया। ओलंपिक में अगर खिलाड़ी स्वर्ण पदक जीतता है, तो पहले उन्हें 2 करोड़ रुपए देने का प्रावधान था।

5 करोड़ रुपए की सम्मान राशि

वर्तमान सरकार खेल नीति के तहत उसे बढ़ा कर 5 करोड रूपए कर दिया है। हाल ही में, मुख्यमंत्री द्वारा 19 खेलों के लिए 222 खिलाड़ियों एवं 52 प्रशिक्षकों के बीच करीब 05 करोड़ रुपए की सम्मान राशि पुरस्कार स्वरूप प्रदान किया गया है।

झारखंड का गौरव बढ़ाने वाले पूर्व खिलाड़ियों को 10 हजार रूपए प्रति माह बतौर पेंशन देने का प्रावधान किया किया गया है। इसके अतिरिक्त अगर किसी पेंशनभोगी पूर्व खिलाड़ी की मौत हो जाती है तो उनके परिजनों को 05 हजार रूपए देने का प्रावधान किया गया है।

स्कूल स्तर पर खेलों झारखण्ड का आयोजन

राज्य के हुनरमंद स्कूली बच्चों की प्रतिभा को तराशने के लिए स्कूल स्तर पर खेलों झारखण्ड का आयोजन किया गया। ज़मीनी स्तर पर खेल को बढ़ावा देने के लिए सरकार इसकी शुरुवात की है, जिसके तहत राज्य के सभी स्कूलों के बच्चों ने भाग लेकर अपने हुनर को दिखाने का काम किया।

मुख्य धारा से जोड़ेने को प्रयास

वहीं दूसरी ओर सहाय स्कीम की शुरुवात की है, जिसका मक़सद खेल के माध्यम से नक्सल क्षेत्र में रह रहे युवाओं के बीच सकारात्मकता का संचार कर उन्हें मुख्य धारा से जोड़े रखना का प्रयास किया गया है। इस पहल के जरिए पहले वर्ष में कुल 75000 खिलाड़ियों ने भाग लेकर सरकार के प्रयास को सार्थक किया।

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